Ranjeet Bhartiya 22/10/2019
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Last Updated on 22/10/2019 by Sarvan Kumar

औरैया भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक जिला है. उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित यह जिला कानपुर मंडल के अंतर्गत आता है. औरैया शहर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है. औरैया जिला धार्मिक और पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण प्राचीन मंदिरों तथा नेशनल चंबल सेंचुरी के लिए प्रसिद्ध है. जिले में कितने गांव हैं? कितनी जनसंख्या है? औरैया जिले की पूरी जानकारी.

औरैया जिला कब बना

एक स्वतंत्र जिले के रूप में अस्तित्व में आने से पहले यह जिला इटावा जिले का हिस्सा हुआ करता था. 18 सितंबर 1997 को इसे इटावा जिले से अलग करके स्वतंत्र जिला बनाया गया.

औरैया जिले की भौगोलिक स्थिति

बाउंड्री (चौहद्दी)
यह जिला कानपुर मंडल के पश्चिमी भाग में स्थित है.
औरैया जिला कुल 4 जिलों से घिरा हुआ है.
उत्तर में-कन्नौज जिला
दक्षिण में-जालौन जिला
पूरब में- कानपुर देहात जिला
पश्चिम में-इटावा जिला
समुद्र तल से ऊंचाई
औरैया जिला समुद्र तल से लगभग 133 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है.
क्षेत्रफल
इस जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 2016 वर्ग किलोमीटर है.
प्रमुख नदियां:
जिले के प्रमुख नदियां हैं: यमुना, सेंगर, रिंद, पांडु और चंबल.

अर्थव्यवस्था-कृषि, उद्योग और उत्पाद

इस जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन, मछली पालन, वन, उद्योग और व्यवसाय पर आधारित है.

कृषि

इस जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: गेहूं, मक्का, धान , बाजरा, ज्वार, दलहन (चना, उड़द, मूंग, मटर, मशहूर और अरहर), तंबाकू, तिलहन (सरसों), गन्ना, आलू और सब्जियां. जिले में उगाये जाने वाले प्रमुख फल हैं: आम, आंवला, अमरूद और पपीता.

पशुपालन

ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन जिले के लोगों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण जरिया है. जिले के प्रमुख पशु धन हैं: गाय,भैंस, सूअर, बकरी और पोल्ट्री.
मछली पालन
जिले के नदियों, नहरों, तालाबों और जलाशयों से मछली का उत्पादन किया जाता है.

वन और खनिज

जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन संपदा हैं: शीशम, बबूल, महुआ, सेमल, आम, नीम, जामुन और बेल.
खनिज
औरैया जिला खनिज संपन्न नहीं है. जिले में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज हैं: कंकर और ब्रिक अर्थ.

उद्योग/ व्यापार और वाणिज्य

औद्योगिकरण की दृष्टि से यह एक पिछड़ा जिला है. जिले में स्थित प्रमुख उद्योग हैं: इलेक्ट्रिक पावर प्लांट (दिबियापुर), चावल मिल, दाल मिल, हैंडलूम उद्योग, फर्नीचर उद्योग, कृषि आधारित उद्योग, बिजली के सामान, चमड़े के सामान, कांच और चीनी मिट्टी के सामान, प्लास्टिक और रबर के सामान, कृषि उपकरण और अन्य लघु औद्योगिक इकाइयां.
व्यापार और वाणिज्य
औरैया और अछल्दा जिले के प्रमुख व्यापार केंद्र हैं. जिले से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख पदार्थ हैं:खाद्यान्न, गुड़, तिलहन, घी और हैंडलूम कपड़े. जिले में आयात किए जाने वाले प्रमुख पदार्थ हैं रोजमर्रा के सामान, दवाई, कपास और पेट्रोलियम.

प्रशासनिक सेटअप

प्रमंडल: कानपुर
प्रशासनिक सहूलियत के लिए इस जिले को 3 तहसीलों (अनुमंडल) और 7 विकासखंडो (प्रखंड/ ब्लॉक) में बांटा गया है.
तहसील (अनुमंडल):
जिले को कुल 3 तहसीलों में बांटा गया है: बिधूना, औरैया और अजीतमल.
विकासखंड (प्रखंड):
इस जिले को कुल 7 विकासखंडों (प्रखंडों) में बांटा गया है: एरवाकटरा, बिधूना, सहार, अछल्दा, अजीतमल, भाग्यनगर और औरैया.
पुलिस थानों की संख्या: 11
नगर पालिका परिषद की संख्या: 1
नगर पंचायतों की संख्या: 6
न्याय पंचायतों की संख्या: 75
ग्राम पंचायतों की संख्या: 441
गांवों की संख्या: 841

निर्वाचन क्षेत्र

लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र: 2
औरैया जिला 2 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का हिस्सा है: इटावा और कन्नौज.
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र: 3
जिले जिले के अंतर्गत कुल 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं: औरैया, बिधूना और दिबियापुर.

औरैया जिले की डेमोग्राफीक्स (जनसांख्यिकी)

2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, इस जिले की जनसांख्यिकी इस प्रकार है-
कुल जनसंख्या: 13.80 लाख
पुरुष: 7.40 लाख
महिला: 6.39 लाख
जनसंख्या वृद्धि (दशकीय): 16.91%
जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किलोमीटर): 684
उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में अनुपात: 0.69%
लिंगानुपात (महिलाएं प्रति 1000 पुरुष): 864
औसत साक्षरता: 78.95%
पुरुष साक्षरता: 86.11%
महिला साक्षरता: 70.61%
शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या: 16.98%
ग्रामीण जनसंख्या: 83.02%

धार्मिक जनसंख्या

2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, यह एक हिंदू बहुसंख्यक जिला है. जिले में हिंदुओं की जनसंख्या 92.32% है, जबकि मुस्लिमों की आबादी 7.39% है. अन्य धर्मों की बात करें तो जिले में ईसाई 0.07%, सिख 0.03%, बौद्ध 0.02%, जैन 0.02% और अन्य 0.03% हैं.
भाषाएं
इस जिले में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएं हैं: हिंदी और उर्दू.

औरैया जिले में घूमने की जगह

जिले में पौराणिक, धार्मिक, पुरातात्विक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कई दर्शनीय स्थल हैं. जिले में स्थित प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में संक्षिप्त विवरण:

देवकली मंदिर

भगवान शिव को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर जिला मुख्यालय से लगभग 3 किलोमीटर दक्षिण में औरैया तहसील में, यमुना नदी के तट पर, औरैया-जालौन जिले की सीमा पर स्थित है. प्राचीन कथा और स्थानीय मान्यता के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था लेकिन पुरातात्विक विश्लेषण के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था. इस मंदिर का निर्माण कन्नौज के महाराज ने अपनी बहन के स्मृति में करवाया था.

बड़ी देवी मंदिर

दुर्गा माता को समर्पित इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह जिले में सभी देवी मंदिरों में सबसे पुराना है. यह मंदिर जिले के फफूंद रोड पर औरैया बस स्टैंड से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

गुरैया देवी मंदिर

प्राचीन वास्तुशिल्प की दृष्टि से महत्वपूर्ण भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर औरैया बस स्टैंड से लगभग 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

भगवा काली मंदिर

देवी काली को समर्पित यह प्राचीन मंदिर औरैया बस स्टैंड से लगभग 2.5 किलोमीटर दूरी पर यमुना नदी के नजदीक स्थित है.

औरैया कैसे पहुंचे?

हवाई अड्डा

इस जिले का अपना हवाई अड्डा नहीं है. यहां के लिए डायरेक्ट हवाई सेवाएं उपलब्ध नहीं है. निकटतम हवाई अड्डा: कानपुर एयरपोर्ट (Code: KNU). यह हवाई अड्डा जिला औरैया से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर कानपुर नगर जिले के चकेरी में स्थित है.

रेल मार्ग

यह जिला रेल मार्ग से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तथा देश के विभिन्न हिस्सों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. निकटतम रेलवे स्टेशन: फफूंद रेलवे स्टेशन, दिबियापुर (Code: PHD)

सड़क मार्ग

यह जिला सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश और देश के प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. यहां के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध है. आप यहां अपने निजी वाहन कार या बाइक से भी आ सकते हैं.
नेशनल हाईवे 2 (NH 2) और स्टेट हाईवे 21 (SH 21) जिले से होकर गुजरती है.

औरैया जिले की कुछ रोचक बातें:

2011 के जनगणना के अनुसार,
1. जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश में 65वां स्थान है.
2. लिंगानुपात के मामले में उत्तर प्रदेश में 65वां स्थान है.
3. साक्षरता के मामले में उत्तर प्रदेश में तीसरा स्थान है.
4. सबसे ज्यादा बसे गांव वाला तहसील: बिधूना (399).
5. सबसे कम बसे गांव वाला तहसील: औरैया (370)
6. जिले में कुल निर्जन गांवों की संख्या: 70.

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