Last Updated on 20/10/2019 by Sarvan Kumar
जालौन भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक जिला है. उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भाग में आने वाला यह जिला झांसी प्रमंडल के अंतर्गत आता है. उरई जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है. बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित यह जिला अपने गौरवशाली इतिहास, ऐतिहासिक किलो, पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों और हस्तनिर्मित कागज के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है.जिले में कितने तहसील है? कितनी जनसंख्या है? आईये जानते हैं जालौन जिले की पूूरी जानकारी.
जालौन जिले का इतिहास
यमुना के तट पर स्थित ‘कालपी’ जिले का सबसे प्राचीन नगर है. प्राचीन काल में इस क्षेत्र पर सम्राट ययाति का राज हुआ करता था जिनका उल्लेख पुराणों और महाभारत में किया गया है. जिले के नामकरण के बारे में दो मान्यताएं हैं.कहा जाता है कि प्राचीन काल में इस स्थान पर ऋषि जलवान रहा करते थे, उन्हीं के नाम पर इस स्थान का नाम जालौन पड़ा. कुछ स्थानीय लोगों का मानना है कि जिले का नाम जालिम नाम के एक सनाढ्य ब्राह्मण पर पड़ा जो इस शहर के संस्थापक थे.
जालौन जिले की भौगोलिक स्थिति
बाउंड्री (चौहद्दी)
इस जिले की पश्चिमी सीमा मध्य प्रदेश से लगती है. यह जिला कुल 6 जिलों से घिरा हुआ है.
उत्तर में-इटावा जिला, औरैया जिला और कानपुर देहात जिला
दक्षिण में-झांसी और हमीरपुर जिला
पूरब में-कानपुर देहात जिला और हमीरपुर जिला
पश्चिम में-मध्य प्रदेश का भिंड जिला
समुद्र तल से ऊंचाई
जिला मुख्यालय उरई समुद्र तल से लगभग 131 मीटर (430 फीट) की औसत ऊंचाई पर स्थित है.
क्षेत्रफल
जालौन जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 4565 वर्ग किलोमीटर है.
प्रमुख नदियां:
यमुना नदी जिले के उत्तर-पूर्वी सीमा का निर्माण करती है और जालौन जिले को औरैया और कानपुर देहात जिलों से अलग करती है. जिले के दक्षिणी सीमा पर बहने वाली बेतवा नदी जालौन जिले को झांसी से अलग करती है. पहुज नदी जिले के पश्चिमी सीमा का निर्माण करती है. जिले के प्रमुख नदियां हैं: यमुना, बेतवा, पहुज और धसान.
अर्थव्यवस्था-कृषि, उद्योग और उत्पाद
जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन, मछली पालन, वन, उद्योग और व्यवसाय पर आधारित है.
कृषि
जालौन जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: गेहूं, ज्वार, बाजरा, धान, बार्ली, सोयाबीन, दलहन (चना, मटर, मसूर, उड़द और मूंग), तिलहन (तिल और सरसों), टमाटर प्याज और अन्य सब्जियां.
पशुपालन
ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन जिले के लोगों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण जरिया है. जिले के प्रमुख पशु धन हैं: गाय,भैंस, सूअर, बकरी और पोल्ट्री.
मछली पालन
जिले के नदियों और जलाशयों से मछली का उत्पादन किया जाता है.
वन
इस जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन संपदा हैं: नीम, आम, महुआ, बांस, साल, सागौन, बबूल, खेर और औषधि वनस्पति औषधीय वनस्पति.
खनिज
जालौन जिला खनिज से समृद्ध नहीं है. जिले में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज हैं: कंकर, बालू, मौरंग और ब्रिक अर्थ.
उद्योग
जिले में स्थित प्रमुख उद्योग हैं: हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड (उरई), मां श्री पेपर्स, कृषि आधारित उद्योग और फर्नीचर उद्योग
व्यवसाय
जालौन जिला कृषि उत्पादों, अनाज, घी और कपास का व्यापार केंद्र है. जिले से हस्तनिर्मित कागज का निर्यात किया जाता है.
प्रशासनिक सेटअप
प्रमंडल: झांसी
प्रशासनिक सहूलियत के लिए जालौन जिले को 5 तहसीलों (अनुमंडल) और 9 विकासखंडो (प्रखंड/ ब्लॉक) में बांटा गया है.
तहसील (अनुमंडल):
जालौन जिले को कुल तहसीलों में बांटा गया है:
जालौन, माधवगढ़, कोंच, उरई और कालपी
विकासखंड (प्रखंड):
जालौन जिले को कुल 9 विकासखंडों (प्रखंडों) में बांटा गया है-जालौन, महेवा, कुठौंद, रामपुरा, माधवपुर, नदीगांव, कोंच, डकोर और कदौरा.
पुलिस थानों की संख्या: 22
नगर पालिका परिषदों की संख्या: 4
नगर पंचायतों की संख्या: 6
न्याय पंचायतों की संख्या: 81
ग्राम पंचायतों की संख्या: 584
गांवों की संख्या: 1151
निर्वाचन क्षेत्र
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र: 1, जालौन
जालौन, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत पूरा जालौन जिला तथा झांसी और कानपुर देहात जिले के हिस्से आते हैं.
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र: 3
इस जिले के अंतर्गत कुल 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं: माधवगढ़, उरई और कालपी.
जालौन जिले की डेमोग्राफीक्स (जनसांख्यिकी)
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, जालौन
जिले की जनसांख्यिकी इस प्रकार है-
कुल जनसंख्या: 16.90 लाख
पुरुष: 9.06 लाख
महिला: 7.83लाख
जनसंख्या वृद्धि (दशकीय): 16.19%
जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किलोमीटर): 370
उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में अनुपात: 0.85%
लिंगानुपात (महिलाएं प्रति 1000 पुरुष): 865
औसत साक्षरता: 73.75%
पुरुष साक्षरता: 83.48%
महिला साक्षरता: 62.46 %
शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या: 24.79%
ग्रामीण जनसंख्या: 75.21%
धार्मिक जनसंख्या
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, जालौन एक हिंदू बहुसंख्यक जिला है. जिले में हिंदुओं की जनसंख्या 89.33% है, जबकि मुस्लिमों की आबादी 10.15% है. अन्य धर्मों की बात करें तो जिले में ईसाई 0.07%, सिख 0.03%, बौद्ध 0.17%, जैन 0.02% और अन्य 0.01% हैं.
भाषाएं
इस जिले में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएं हैं: हिंदी और उर्दू
जालौन जिले में पर्यटन स्थल
जालौन जिले में पौराणिक, धार्मिक, पुरातात्विक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कई दर्शनीय स्थल हैं. जिले में स्थित प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारेमें संक्षिप्त विवरण:
लंका मीनार
लंका के राजा रावण और उनके परिवार को समर्पित 210 फीट ऊंचा यह मीनार जालौन जिले के कालपी में स्थित है. इसका निर्माण मथुरा प्रसाद ने करवाया था जो रामलीला में रावण की भूमिका निभाया करते थे. मीनार का निर्माण कार्य 1875 में आरंभ किया गया था और इसे पूरा बनने में 20 वर्ष लग गए.
चौरासी गुंबद
ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह स्थल जालौन जिले के कालपी में स्थित है. लोधी शाह बादशाह से संबंधित इस ऐतिहासिक इमारत में 84 मेहराब हैं. इसके मुख्य गुंबद के नीचे दो कब्र हैं. मध्यकालीन इस्लामिक वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना चौरासी गुंबद लोधी सुल्तानों का मकबरा माना जाता है.
रामपुरा किला
लगभग 600 साल पुराना यह यह ऐतिहासिक किला उरई रेलवे स्टेशन से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
जगम्मनपुर किला
जालौन के पश्चिमोत्तर सीमा पर स्थित इस ऐतिहासिक किले का निर्माण जगमान शाह 1593 में करवाया था.
कामाख्या मंदिर
आस्था का केंद्र कामाख्या मंदिर जिले के खेरा पहाड़पुरा रोड पर स्थित है.
वेदव्यास मंदिर
महाभारत के रचयिता ऋषि वेदव्यास को समर्पित यह मंदिर जिले के कालपी में स्थित है.
जालौन कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग
जालौन जिले का अपना हवाई अड्डा नहीं है. यहां के लिए डायरेक्ट हवाई सेवा उपलब्ध नहीं हैं. निकटतम हवाई अड्डा: कानपुर एयरपोर्ट (Code: KNU). यह हवाई अड्डा उरई से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर कानपुर में स्थित है. दूसरा नजदीकी एयरपोर्ट: ग्वालियर एयरपोर्ट (Code: GWL). हवाई अड्डा उरई से लगभग 158 किलोमीटर की दूरी पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित है.
रेल मार्ग
जालौन रेल मार्ग से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तथा देश के विभिन्न हिस्सों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. निकटतम रेलवे स्टेशन: उरई रेलवे स्टेशन (Code: ORAI) और 8 जंक्शन रेलवे स्टेशन (Code: AIT).
सड़क मार्ग
जालौन सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश और देश के प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. यहां के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध है. आप यहां अपने निजी वाहन कार या बाइक से भी आ सकते हैं. नेशनल हाईवे 25 (NH 25) और स्टेट हाईवे 21(SH 21) जिले से होकर गुजरती है.
जालौन जिले की कुछ रोचक बातें:
2011 के जनगणना के अनुसार,
1. जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश में 57वां स्थान है.
2. लिंगानुपात के मामले में उत्तर प्रदेश में 63वां स्थान है.
3. साक्षरता के मामले में उत्तर प्रदेश में 11वां स्थान है.
4. सबसे ज्यादा बसे गांव वाला तहसील: माधवगढ़ (223).
5. सबसे कम बसे गांव वाला तहसील: उरई (128)
6. जिले में कुल निर्जन गांवों की संख्या: 209