Last Updated on 05/03/2020 by Sarvan Kumar
बरेली भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रोहिलखंड क्षेत्र में स्थित एक जिला है. उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित यह जिला बरेली मंडल के अंतर्गत आता है. इस मंडल के अंतर्गत कुल 4 जिले हैं: बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर. बरेली शहर बरेली जिले तथा बरेली कमिश्नरी का प्रशासनिक मुख्यालय है. जिले में कितने तहसील है? कितनी जनसंख्या है? आइये जानते हैं बरेली जिले की पूरी जानकारी.
जरी नगरी!
रोहिलखंड क्षेत्र में रामगंगा नदी के तट पर स्थित यह ऐतिहासिक शहर गंगा-जमुनी तहजीब, स्वादिष्ट व्यंजनों, मिठाइयों, प्राचीन मंदिरों तथा पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. यह जिला जरी-जरदोजी, सूरमा, काजल, पतंग, मांझा तथा बेंत और लकड़ी के फर्नीचर के लिए भी मशहूर है. इसे “जरी नगरी” के नाम से भी जाना जाता है.
बरेली का इतिहास
यह जिला हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के धार्मिक तीर्थ स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है. यह शहर बंस-बरेली के नाम से भी जाना जाता है. जिले का नाम इस नगर के संस्थापक जगत सिंह के बेटों, राजकुमार बंसल देव और बरालदेव, के नाम पर बरेली पड़ा. महाभारत काल में यह शहर पांचाल राज्य का हिस्सा हुआ करता था. कहा जाता है कि यहीं पर द्रोपदी का जन्म हुआ था. बरेली शहर 16वीं सदी के शुरुआत में अस्तित्व में आया. इस शहर की स्थापना जगत सिंह के पुत्रों, बंस देव और बरेल देव, ने 1537 में किया था. आधुनिक बरेली शहर की स्थापना 1657 में मकरंद राय ने किया था. 1658 इसी में से बदायूं राज्य का मुख्यालय बनाया गया.
बरेली जिले की भौगोलिक स्थिति
बाउंड्री (चौहद्दी)
जिले की उत्तरी सीमा उत्तराखंड से लगती है. यह जिला कुल 5 जिलों से घिरा हुआ है.
उत्तर में-उत्तराखंड का उधम सिंह नगर जिला
दक्षिण में-बदायूं जिला और शाहजहांपुर जिला
पूरब में-पीलीभीत जिला
पश्चिम में-रामपुर जिला और बदायूं जिला
समुद्र तल से ऊंचाई
बरेली शहर समुद्र तल से लगभग 268 मीटर (879.26 फीट) की औसत ऊंचाई पर स्थित है.
क्षेत्रफल
इस जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 4120 वर्ग किलोमीटर है.
प्रमुख नदियां:
यह शहर राम नंगा नदी के तट पर बसा हुआ है.जिले के प्रमुख नदियां हैं: रामगंगा, बहगुल पश्चिम, बहगुल पूर्वी और देवरनियां.
अर्थव्यवस्था-कृषि, उद्योग और उत्पाद
इस जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन, मछली पालन, वन, उद्योग और व्यवसाय पर आधारित है.
कृषि
जिले की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: धान, गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का, दलहन (मटर, चना अरहर, मसूर और मटर), तिलहन (सरसों, तिल और मूंगफली), गन्ना और सब्जियां.
पशुपालन
जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्वपूर्ण स्थान है. जिले के प्रमुख पशु धन हैं: गाय, बैल, भेड़, बकरी, घोड़ा, खच्चर, सूअर, भैंस और पोल्ट्री.
मछली पालन
जिले के नदियों और जलाशयों से मछली का उत्पादन किया जाता है.
वन
जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन संपदा हैं: शीशम, बबूल, ढाक, हल्दु और कचनार.
खनिज
यह जिला खनिज संपदा से संपन्न नहीं है. जिले में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज हैं: बालू, कंकर, रेह और क्ले.
उद्योग
जिले में स्थित प्रमुख उद्योग हैं: खांडसारी (स्वदेशी चीनी) उद्योग, कालीन उद्योग, सूरमा उद्योग, फर्नीचर उद्योग और उर्वरक उद्योग.
जिले में कपास के कपड़े बनाए जाते हैं, कपड़ों पर छपाई की जाती है, ऊनी कालीन बनाए जाते हैं, कंबल और बैग भी बनाए जाते हैं. यह जिला सुरमा निर्माण के लिए प्रसिद्ध है. जिले में दिया सलाई, तारपीन तेल निकालने के कारखाने और कांच की चूड़ियां बनाने के कारखाने कार्यरत हैं. यह जिला बेंत के बने हस्तशिल्प उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है.
व्यापार और वाणिज्य
बरेली जिला कृषि उत्पादों और औद्योगिक उत्पादों का व्यापार केंद्र है.जिले से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख पदार्थ हैं: कृषि उत्पाद, चावल, चीनी, गुड़, कपास, आलू, अनाज, धातु के बने बर्तन, तारपीन, सूरमा, कपास, सूती कपड़े, केमिकल, कपूर और फर्नीचर. जिले में आयात किए जाने वाले प्रमुख पदार्थ हैं: पेट्रोलियम, कृषि उपकरण, दवाई, नमक और रोजमर्रा के सामान
प्रशासनिक सेटअप
प्रमंडल: बरेली
प्रशासनिक सहूलियत के लिए इस जिले को 6 तहसीलों (अनुमंडल) और 15 विकासखंडो (प्रखंड/ ब्लॉक) में बांटा गया है.
तहसील (अनुमंडल):
जिले को कुल 6 तहसीलों में बांटा गया है:
फरीदपुर, नवाबगंज, बहेड़ी, मीरगंज, बरेली और आंवला
विकासखंड (प्रखंड):
इस जिले को कुल 15 विकासखंडों (प्रखंडों) में बांटा गया है: फतेहगंज पश्चिमी, फरीदपुर, भुता, भदपुरा, नवाबगंज, रिछा, बहेड़ी, शेरगढ़, भोजीपुरा, आलमपुर जाफराबाद, बिथरी चैनपुर, क्यारा, मझगवां, मीरगंज और रामनगर.
पुलिस थानों की संख्या: 29
नगर निगम की संख्या: 1 ,नगर पालिका परिषदों की संख्या: 4
नगर पंचायतों की संख्या: 15
छावनी बोर्ड की संख्या: 1
न्याय पंचायतों की संख्या: 144
ग्राम पंचायतों की संख्या: 1007
गांवों की संख्या: 2070
निर्वाचन क्षेत्र
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र: 3; बरेली, आंवला (पार्ट), पीलीभीत (पार्ट)
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र: 9
इस जिले के अंतर्गत कुल 9 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं: बरेली, बरेली कैंट, भोजीपुरा, मीरगंज, नवाबगंज, आंवला, बिथरी चैनपुर, फरीदपुर और बहेरी.
बरेली जिले की डेेेमोग्राफीक्स (जनसांख्यिकी)
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, जिले की जनसांख्यिकी इस प्रकार है-
कुल जनसंख्या: 44.48 लाख
पुरुष: 23.47 लाख
महिला: 20.90 लाख
जनसंख्या वृद्धि (दशकीय): 22.93%
जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किलोमीटर): 1080
उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में अनुपात: 2.23%
लिंगानुपात (महिलाएं प्रति 1000 पुरुष): 887
औसत साक्षरता: 58.49%
पुरुष साक्षरता: 67.50%
महिला साक्षरता: 48.30%
शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या: 35.26%
ग्रामीण जनसंख्या: 64.74%
धार्मिक जनसंख्या
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, बरेली एक हिंदू बहुसंख्यक जिला है. जिले में हिंदुओं की जनसंख्या 63.64% है, जबकि मुस्लिमों की आबादी 34.54% है.अन्य धर्मों की बात करें तो जिले में ईसाई 0.33%, सिख 0.63%, बौद्ध 0.10%, जैन 0.02% और अन्य 0.10% हैं.
भाषाएं
जिले में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएं हैं: हिंदी और उर्दू.
बरेली पर्यटन स्थल
इस जिले में पौराणिक, धार्मिक, पुरातात्विक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कई दर्शनीय स्थल हैं. जिले में स्थित प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में संक्षिप्त विवरण:
नाथ नगरी
बरेली में कई प्राचीन हिंदू मंदिर स्थित है. शहर के चारों कोनों पर भगवान शिव को समर्पित चार प्रसिद्ध मंदिर स्थित होने के कारण बरेली “नाथ नगरी” के रूप में प्रसिद्ध है. इन चार मंदिरों के नाम हैं- अलखनाथ मंदिर, त्रिवटीनाथ मंदिर, मढ़ीनाथ मंदिर और घोपेश्वर नाथ मंदिर.
आला हजरत दरगाह
महान इस्लामिक विद्वान, मुस्लिम संत और समाज सुधारक आला हजरत इमाम अहमद रजा खान की स्मृति में बनवाया गया यह दरगाह बरेली रेलवे स्टेशन से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
कारगिल चौक
कारगिल युद्ध के बाद बनाया गया यह स्मारक स्थल बरेली रेलवे स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर दूरी पर बरेली कैंट में स्थित है.
अहिच्छत्र
पुरातत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण यह स्थल बरेली रेलवे स्टेशन से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी तथा आंमला रेलवे स्टेशन से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. आंमला तहसील के रामनगर गांव में स्थित इस प्राचीन स्थल का वर्णन महाभारत में किया गया है. यह उत्तरी पंचाल प्रदेश का राजधानी हुआ करता था. यहां की गई खुदाई में लगभग 600 से 1100 BC पुराने भग्नावशेष मिले हैं.
रानी लक्ष्मीबाई चौक
आजादी की लड़ाई में अंग्रेजो के खिलाफ लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान देने वाली वीरांगना लक्ष्मीबाई को समर्पित यह स्मारक स्थल बरेली रेलवे स्टेशन से लगभग 2.5 किलोमीटर दूरी पर बरेली छावनी में एक चौराहे पर स्थित है.
बरेली कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग
बरेली जिले का अपना हवाई अड्डा नहीं है. यहां के लिए डायरेक्ट हवाई सेवाएं उपलब्ध नहीं है.
निकटतम हवाई अड्डा: पंतनगर एयरपोर्ट (Code: PGH).
यह हवाई अड्डा बरेली से लगभग 63 किलोमीटर की दूरी पर उत्तराखंड के उधम नगर नगर में जिले में स्थित है.
रेल मार्ग
बरेली उत्तर रेलवे तथा उत्तर पूर्व रेलवे के नेटवर्क के माध्यम से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, देश की राजधानी दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों से अच्छे से जुड़ा हुआ है.
निकटतम रेलवे स्टेशन: बरेली जंक्शन रेलवे स्टेशन (Code: BE), बरेली सिटी रेलवे स्टेशन (Code: BC) और इज्जतनगर रेलवे स्टेशन (Code: IZN)
सड़क मार्ग
बरेली सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश और देश के प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. यहां के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध है. आप यहां अपने निजी वाहन कार या बाइक से भी आ सकते हैं.
नेशनल हाईवे 24 (NH 24), नेशनल हाईवे 74 (NH 74) और स्टेट हाईवे 33 p( SH 33) जिले से होकर गुजरती है.
बरेली जिले की कुछ रोचक बातें
2011 के जनगणना के अनुसार,
1. जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश में 9वां स्थान है.
2. लिंगानुपात के मामले में उत्तर प्रदेश में 44वां स्थान है.
3. साक्षरता के मामले में उत्तर प्रदेश में 65वां स्थान है.
4. सबसे ज्यादा बसे गांव वाला तहसील: बहेड़ी (385).
5. सबसे कम बसे गांव वाला तहसील: मीरगंज(217)
6. जिले में कुल निर्जन गांवों की संख्या: 196.