Ranjeet Bhartiya 27/01/2023

भारत पर मुस्लिम आक्रमणकारियों का आक्रमण 7वीं शताब्दी के प्रारंभ में ही शुरू हो गया था. इस्लामी आक्रमणकारियों का उद्देश्य केवल धन लूटना हीं नहीं था. उनका उद्देश्य भारत की हिन्दू संस्कृति को नष्ट कर इस्लामी शासन को स्थापना करना था. लेकिन भारत में ऐसे कई वीर योद्धा हुए जिन्होंने विदेशी हमलावरों के मंसूबों को […]

Ranjeet Bhartiya 26/01/2023

भारत पर विदेशी आक्रमणों का इतिहास पुराना है. सदियों तक विदेशी आक्रांताओं ने भारत पर आक्रमण किया और न केवल इसे लूटने का प्रयास किया बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत, अस्मिता और गौरव को पूरी तरह नष्ट करने का भरसक प्रयास किया. ऐसे अनेक प्रयासों के बावजूद भारत का अस्तित्व अक्षुण्ण बना रहा और भारतीय […]

Sarvan Kumar 23/01/2023

ऋग्वेद (Rigveda) संसार में सबसे प्राचीन पुस्तक है। इसके रचनाकाल के विषय में इतिहासकार पूर्णत: असहमत हैं। कुछ लोग इसका रचना-काल 1000 ई०पू० के लगभग बताते हैं। कुछ विद्वान इसकी तिथि 3000 और 2500 ई०पू० के लगभग बताते हैं। कुछ विद्वान इसकी तिथि 3000 और 2500 ई०पू० के मध्य निश्चित करते हैं। आइए जानते हैं, […]

Sarvan Kumar 22/01/2023

हमें मुख्य रूप से तीन स्रोतों – जनगणना, सर्वेक्षण और प्रशासनिक रिकॉर्ड- से जनसांख्यिकीय और सामाजिक आंकड़ो के बारे में पता चलता है. ये आंकड़े नीति निर्माण, विकास योजनाएं बनाने, अनुसंधान सहित कई प्रशासनिक उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं. गजेटियर भी सूचनाओं का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जिससे हमें कई प्रकार की सूचनाएं प्राप्त होती […]

Ranjeet Bhartiya 21/01/2023

पुस्तकें हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. यह हमें जीवन के छोटे-बड़े विभिन्न पहलुओं से परिचित कराती हैं और हमें बेहतर जीवन के लिए तैयार करती हैं. किताबें हमें खुद को और दुनिया को समझने का एक अलग नजरिया देती हैं, साथ हीं हमारे सोच के दायरे को बढ़ाती हैं. महापुरुषों के जीवन […]

Ranjeet Bhartiya 20/01/2023

भारत की पवित्र भूमि पर अनेक ऐसे महापुरुष जन्म लेते रहे हैं, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर समाज, देश और धर्म की रक्षा की है. भारत में महापुरुषों की जयंती मनाने की पुरानी परंपरा रही है. इस अवसर पर हम महापुरुषों के व्यक्तित्व, व्यवहार, चरित्र और संघर्ष को याद करते हैं और उन्हें नमन […]

Ranjeet Bhartiya 19/01/2023

दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक भारत अपनी समृद्ध विरासत, परंपराओं और रीति-रिवाजों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. भारतीय विरासत की विशेषताएं इसकी कला, शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य, जन्मजात धर्मनिरपेक्ष दर्शन और आध्यात्मिक ज्ञान में निहित है. प्राचीन मंदिर, वास्तुकला, इमारतें और स्मारक हमें हमारी गौरवशाली सांस्कृतिक और ‌ऐतिहासिक विरासत की […]

Ranjeet Bhartiya 18/01/2023

व्यवसाय से तात्पर्य व्यक्ति के उस कार्य से है जिससे वह धन कमाता है, अपना जीवन यापन करता है तथा अपनी आवश्यकताओं एवं इच्छाओं की पूर्ति करता है. भारत की सामाजिक संरचना वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था पर आधारित है, जिसका प्रभाव आज भी व्यक्ति के व्यवसाय के निर्धारण और व्यवसाय के चयन में देखा […]

Ranjeet Bhartiya 18/01/2023

अक्सर आपने देखा होगा कि भारत में सड़कों, इमारतों, हवाई अड्डों, स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों और विश्वविद्यालयों के नाम किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के नाम पर रखे जाते हैं. ये नामकरण यूं ही नहीं किये जाते है. महापुरुषों के नाम पर किए जाने वाले इन नामकरणों के पीछे आमतौर पर एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण कहानी होती है. […]

Ranjeet Bhartiya 17/01/2023

जातियाँ भारत की सामाजिक संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. जाति व्यवस्था भारत में एक महत्वपूर्ण सामाजिक व्यवस्था है जो भारतीय समाज को हजारों जातियों में विभाजित करती है और सामाजिक पदानुक्रम को निर्धारित करती है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय सामाजिक संरचना में इतना महत्वपूर्ण होते हुए भी जातियों की सही आबादी […]

Sarvan Kumar 16/01/2023

वेद के बारे में आप ऐसे समझ सकते है, की एक किताब जिसमें सब कुछ है. सब कुछ यानि विज्ञान, गणित ,इतिहास, ब्रह्मांड, चिकित्सा भूगोलरीति-रिवाज, धर्म, ईश्वर , देवता और भी बहुत कुछ। दुनिया की सबसे पुरानी किताब जिसे पढ़कर आप महापंडित ( Brahmin) बन जाते हैं. यहां ब्राह्मण का मतलब जाति से बिल्कुल भी […]

Ranjeet Bhartiya 15/01/2023

भारतीय सामाजिक जीवन का हर पहलू अद्भुत विविधताओं से भरा है. यह विविधता जातीय, भाषाई, क्षेत्रीय, आर्थिक, धार्मिक, वर्ग और जाति समूहों के रूप में परिलक्षित होती है. भारत में विभिन्न धार्मिक समुदायों के लोग निवास करते हैं. भारत में सामाजिक स्तरीकरण की एक प्रमुख विशेषता जाति व्यवस्था है, जो जातियों को एक विशेष पदानुक्रम […]

Sarvan Kumar 13/01/2023

वेद – विज्ञान से काफी आगे (भाग- 1) वेद क्या है, इसमें क्या लिखा है, क्या यह एक सिर्फ हिन्दू धार्मिक ग्रंथ है. ये सारे प्रश्न हमारे दिमाग में चलते रहते हैं और इसका सटीक जवाब हमें नहीं मिलता है. वेद एक ही था और इसको आसानी से समझने के लिए इसे चार भागों में […]

Ranjeet Bhartiya 12/01/2023

राजभर एक महत्वपूर्ण समुदाय है जो मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में पाया जाता है. इस जाति की भारत के कई राज्यों में उपस्थिति है. सामुदायिक विकास के मापदंड पर देखा जाए तो अलग-अलग राज्यों में इस समुदाय की स्थिति अलग-अलग है. आजादी के इतने सालों बाद भी यह समुदाय पिछड़ेपन का […]

Ranjeet Bhartiya 11/01/2023

राजभर भारत में पाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण जाति है. इस समुदाय के अधिकांश लोग उत्तरी और पूर्वी भारत के राज्यों में फैले हुए हैं. अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है. उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्यों जैसे बिहार, झारखंड हरियाणा, उत्तराखंड राजस्थान आदि में भी इनकी उपस्थिति है. इसी क्रम […]