हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति को जीवित रखने में, भारत के आध्यात्मिक ज्ञान को संरक्षित करने में, स्वतंत्रता आंदोलन में और आजादी के बाद आधुनिक भारत के निर्माण में ब्राह्मणों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. ब्राह्मण मूल रूप से हिंदू वर्ण व्यवस्था के तहत एक वर्ण है. ब्राह्मणों में कई जातियां हैं जो पूरे भारत में फैली हुई हैं. अलग-अलग संख्यात्मक ताकत के साथ यह समुदाय की भारत के विभिन्न प्रदेशों में उपस्थिति है. आइए इसी क्रम में जानते हैं तमिलनाडु में ब्राह्मणों की जनसंख्या के बारे में.
तमिलनाडु दक्षिण भारत में स्थित भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है. राज्य में विभिन्न धर्मों के लोग निवास करते है. यहां मुस्लिम, ईसाई और जैन अल्पसंख्यक हैं और हिंदू बहुसंख्यक हैं. अन्य राज्यों की तरह तमिलनाडु का हिंदू समाज भी कई जातियों में विभाजित है. थेवर (मुक्कुलथथोर), वन्नियार और कोंगु वेल्लर, मुदलियार, नायर, रेड्डी, नायडू थेवर, नायडू, नायकर, नादर, उदययार, कोनार आदि यहां की प्रभावशाली जातियां हैं. दलितों में परैयार और पल्लार सबसे अधिक प्रभावशाली हैं.
ब्राह्मण तमिल तमिलनाडु में पुजारियों और हिंदू विद्वानों की सर्वोच्च जाति रही है. तमिल भाषी ब्राह्मणों को तमिल ब्राह्मण कहा जाता है. तमिल ब्राह्मण मुख्य रूप से तमिलनाडु में रहते हैं, हालांकि उनकी उपस्थिति कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल जैसे राज्यों में भी है. मोटे तौर पर, तमिल ब्राह्मण दो संप्रदायों में विभाजित हैं – अयंगर और अय्यर. आजादी से पहले, तमिलनाडु के शासन-प्रशासन में ब्राह्मणों का वर्चस्व था लेकिन आजादी के बाद वे हाशिए पर जाने लगे. जयललिता राज्य की अंतिम मुख्यमंत्री थीं जो ब्राह्मण समुदाय से आती थीं. वर्तमान में तमिलनाडु में ब्राह्मणों का एक वर्ग लंबे समय से सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की मांग कर रहा है.
अब इस लेख के मुख्य विषय पर आते हैं और जानते हैं कि तमिलनाडु में ब्राह्मणों की जनसंख्या कितनी है. तमिलनाडु में ब्राह्मण समुदाय की आबादी अलग-अलग स्रोतों में अलग-अलग बताई गई है. प्रतिष्ठित समाचार पत्र ‘नवभारत टाइम्स’ और अंग्रेजी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के अनुसार तमिलनाडु में ब्राह्मणों की आबादी 2.5 से 3% के बीच है. अंग्रेजी अखबार ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के मुताबिक तमिलनाडु में ब्राह्मणों की आबादी 4% से कम है.
References:
•https://navbharattimes.indiatimes.com/elections/lok-sabha-elections/news/lok-sabha-chunav-how-brahmins-became-invisible-from-tamil-nadus-politics/articleshow/68846302.cms
•https://timesofindia.indiatimes.com/elections/lok-sabha-elections-2019/tamil-nadu/news/how-brahmins-became-invisible-in-tamil-nadus-politics/articleshow/68842141.cms
•https://www.hindustantimes.com/assembly-elections/quota-conundrum-now-tn-s-marginalised-brahmins-demand-reservation/story-1xn53FAtSNxlQWz1NgMwTL.html
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