History

Ranjeet Bhartiya 31/05/2023

मध्यकालीन भारत में मुगल साम्राज्य और राजपूत दो महत्वपूर्ण राजवंश थे. मुग़ल, जो मुख्य रूप से मुस्लिम थे, ने एक विशाल साम्राज्य पर शासन किया, जबकि राजपूत अपने स्वयं के राज्यों के साथ हिंदू योद्धा वंश से संबंध रखते थे. मुगलों और राजपूतों के बीच संबंध जटिल और विविध थे. कुछ राजपूत राजवंश मुगलों के […]

Ranjeet Bhartiya 13/04/2023

राजा हर्षवर्धन (590-647 ई.) भारत के अंतिम महान और शक्तिशाली राजाओं में से एक थे. जब हर्ष का शासन अपने चरम पर था, तो उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकांश भाग पर उनका शासन था. हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद भारतीय इतिहास के पटल पर अनेक छोटे-छोटे राज्यों का उदय हुआ. मध्यकाल में बंगाल की […]

Ranjeet Bhartiya 11/04/2023

मध्यकालीन भारत में मुस्लिम शासन के आने से पहले बंगाल की भूमि पर दो महत्वपूर्ण राजवंशों का उदय हुआ- पाल वंश और सेन वंश. पाल शासकों ने लगभग 4 शताब्दियों तक बंगाल पर शासन किया. सेन वंश के शासकों ने 160 वर्षों तक बंगाल पर शासन किया. इतिहासकार इन दोनों राजवंशों के शासन को राजनीतिक […]

Ranjeet Bhartiya 09/04/2023

भारत के इतिहास को दिशा देने में बंगाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. बंगाल क्षेत्र, वर्तमान में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश, मौर्य और गुप्त सहित कई प्राचीन भारतीय साम्राज्यों का हिस्सा था. मध्यकालीन भारत में बंगाल में अनेक शक्तिशाली राजवंशों का उदय हुआ, जिनमें पाल वंश, सेन वंश और देव वंश प्रमुख थे. यहां हम […]

Ranjeet Bhartiya 07/04/2023

प्राचीन भारत और आधुनिक भारत के बीच के काल को मध्यकालीन भारत कहा जाता है. इस काल में भारत कई छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था. इस अवधि में कई महत्वपूर्ण राजवंशों का उदय हुआ जैसे राष्ट्रकूट वंश, गुर्जर-परिहार वंश, पल्लव वंश, पाल वंश, चोल वंश और सेन वंश आदि. आइए इसी क्रम में जानते […]

Sarvan Kumar 26/12/2022

कोई दिन ऐसा आता है जब वह बहुत खास बन जाता है.और हम बेसब्री से उस दिन का इंतजार करते हैं. 25 दिसम्बर एक ऐसा ही दिन हैं. विभिन्न धर्मों और मतों को मानने वाले लोग और समाज इस दिन का महत्व अलग- अलग दृष्टि से देखते हैं. आइए जानते हैं 25 दिसंबर को कौन […]

Sarvan Kumar 26/12/2022

हर साल 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म को याद करने के लिए क्रिसमस दिवस के रूप में बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है, जिन्हें ईसाई मानते हैं कि वे ईश्वर के पुत्र हैं. लेकिन वीरता और सर्वोच्च बलिदान की कहानियों की चर्चा कभी नहीं हुई जो सिख समुदाय ने दिखाई है. सिख […]

Ranjeet Bhartiya 10/11/2022

भारत का हिंदू समाज चार वर्णों तथा हजारों जातियों और उपजातियों में विभाजित है. जातियों की उत्पत्ति और इतिहास अपने आप में एक उलझा हुआ विषय है. भारत में निवास करने वाली अनेक पिछड़े वर्ग और दलित वर्ग की जातियां क्षत्रिय वंश से होने का दावा करती हैं. दलित जातियों में चमार जाति भी चँवर वंश […]

Ranjeet Bhartiya 18/10/2022

भारतीय सेना में जाति और समुदायों के नाम पर बनी रेजीमेंट आज भी मौजूद हैं. उदाहरण के तौर पर राजपूत रेजीमेंट, डोगरा रेजीमेंट, सिख रेजीमेंट, जाट रेजीमेंट, मराठा लाइट इन्फ़ेन्ट्री, महार रेजिमेंट, गोरखा राइफल्स, आदि. आपको यह जानकार के हैरानी होगी कि अंग्रेजों के जमाने में ब्रिटिश इंडियन आर्मी में चमार रेजिमेंट (Chamar Regiment) नाम […]

Sarvan Kumar 27/06/2021

“ना मृत्यू का भय वीरों ना जीवन से प्रित, शीश कटे पर धड़ लड़े यही राजपूत रीत….!” राजपूत, नाम सुनते ही रगो में खून दौड़ पड़ता है। पुरा बदन जोश से भड़ जाता है। इनके वीरता के कहानियों से पूरा इतिहास भरा पड़ा है। पृथ्वीराज चौहान, महाराणा प्रताप राणा सांगा, वीर कुंवर सिंह जैसे योद्धाओं […]

Sarvan Kumar 20/09/2020

भारतीय रेलवे भारतीय रेलवे एशिया के सबसे बड़ी तथा विश्व की चौथी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है। भारतीय रेलवे दुनिया में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला विभाग है। भारत में सर्वप्रथम रेल व्यवस्था की शुरुआत 16 अप्रैल 1853 में मुंबई से थाने (34 किलोमीटर) के बीच आरंभ हुई थी। भारत में उस समय ट्रेन की […]

Sarvan Kumar 31/07/2020

रामजन्मभूमि यानी भगवान राम की जन्म धरती, क्या इस पर कोई विवाद हो सकता है? भारत, जहां हिन्दू परम्परा में विश्वास करने वाले करोड़ों लोग रहते हैं। जहां भगवान राम, भगवान कृष्ण और कई देवी देवताओं का मानव रूप में जन्म हुआ है। वहीं इस धरती पर राम जन्मभूमि पर सवाल खड़ा किया जाता रहा […]

Sarvan Kumar 27/09/2019

आज 2019 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का माहौल बना हुआ है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 खत्म होने के बाद घाटी का माहौल बदला हुआ है। पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीयकरण करने का पूरा प्रयास किया लेकिन विश्व बिरादरी ने उसका कोई साथ नहीं दिया। अमेरिका में हुऐ Howdy Modi इवेंट […]

Sarvan Kumar 05/04/2019

पुराना किला इतिहास जानने के बाद ये पता चलता है कि यहां पहले पांडवों की नगरी इंद्रप्रस्थ थी. कोई बात ना बनते देख पांडवों ने कौरवों से 5 गांव मांगे थे इसके मना करने के बाद ही महाभारत युद्ध छिड़ गया था. बहुत लोगों का मानना है कि दक्षिणी दिल्ली का पुराना किला वास्तव में […]

Ranjeet Bhartiya 17/01/2019

लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे.उन्हे सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री के रुप में जाना जाता है.वे निडर थे.एक बार उन्हे नदी पार करना था और उनके पास पैसे नहीं थे.नदी पार करने के लिए वे उफनती नदी में कूद गए थे.उस समय पूरा देश शोक में डूब गया था जब उनकी असामयिक मृत्यू  ताशकंद […]