गिरिडीह भारत के झारखंड राज्य में स्थित एक जिला है. झारखंड राज्य के उत्तर-पूर्व में आने वाला यह जिला छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत आता है. गिरिडीह शहर, जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है. यहाँ पारसनाथ पहाड़ एक दर्शनीय स्थल है.ऐसा कहा जाता है कई सारे जैन तीर्थंकरों ने यहां मोक्ष की प्राप्ति की थी. गिरिडीह जिले में कितने ब्लाक हैं? कितनी जनसंख्या है? आईये जानते हैं गिरिडीह जिले की पूरी जानकारी.
नामकरण
गिरिडीह का नामांतरण “गिरी+डीह” पर पड़ा है. “गिरी” का अर्थ होता है “पहाड़ या पहाड़ी” जबकि स्थानीय भाषा में “डीह” का अर्थ होता है “भूमि या क्षेत्र”. इस तरह से गिरिडीह का अर्थ है “पहाड़ियों की भूमि” या “पहाड़ियों का क्षेत्र”.
गिरिडीह जिला कब बना
एक स्वतंत्र जिले के रूप में अस्तित्व में आने से पहले ये हजारीबाग जिले का हिस्सा हुआ करता था. 6 दिसंबर 1972 को इसे हजारीबाग जिले से अलग कर के एक स्वतंत्र जिला बनाया गया.
गिरिडीह जिले की भौगोलिक स्थिति
बाउंड्री (चौहद्दी)
उत्तर में – बिहार का जमुई और नवादा जिला
दक्षिण में – बोकारो जिला और धनबाद जिला
पूरब में- बिहार का जमुई जिला और झारखंड का देवघर, जामताड़ा जिला
पश्चिम में – कोडरमा जिला और हजारीबाग जिला
समुद्र तल से ऊंचाई :
गिरिडीह समुद्र तल से लगभग 948 फीट (लगभग 289 मीटर) की ऊंचाई पर स्थित है.
क्षेत्रफल
इस जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 4962 वर्ग किलोमीटर है.
प्रमुख नदियां : सकरी और बराकर
अर्थव्यवस्था- कृषि ,उद्योग और उत्पाद
इस जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन और खनिज आधारित है.
कृषि
जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं:चावल, गेहूं, मडुआ, आलू और मैजे.
पशुपालन
गाय, भैंस, भेड़ , बकरी और सुअर पालन जिले के लोगों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत है.
खनिज
जिले में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज हैं: माइका (अभ्रक) और कोयला.
प्रशासनिक सेटअप
प्रमंडल: उत्तरी छोटानागपुर
प्रशासनिक सहूलियत के लिए गिरिडीह जिले को 4 अनुमंडलों और 13 प्रखंडों में बांटा गया है.
अनुमंडल: इस जिले के अंतर्गत कुल 4 अनुमंडल हैं- गिरिडीह सदर, खोरीमहुआ, सरिया-बगोदर और डुमरी.
प्रखंड:
गिरिडीह सदर अनुमंडल के अंतर्गत कुल 3 प्रखंड हैं: गिरिडीह , गांडे और बेंगाबाद.
खोरीमहुआ अनुमंडल के अंतर्गत कुल 5 प्रखंड हैं: धनवार, जमुआ, तिसरी, देवरी और गांवां.
सरिया-बगोदर अनुमंडल के अंतर्गत कुल 3 प्रखंड आते हैं : बगोदर, सरिया और बिरनी.
डुमरी अनुमंडल के अंतर्गत कुल 2 प्रखंड आते हैं: डुमरी और पिरटांड.
ग्राम पंचायतों की संख्या: 358
कुल गांवों की संख्या: 2772
निर्वाचन क्षेत्र
लोक सभा : गिरिडीह लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र
गिरिडीह लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत गिरिडीह जिला के साथ -साथ बोकारो और धनबाद जिले के से आते हैं.
विधानसभा
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की बात करें तो गिरिडीह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं.
गिरिडीह (जिला गिरिडीह)
डुमरी (जिला-गिरिडीह)
गोमिया (जिला- बोकारो)
बेरमो (जिला- बोकारो)
टुंडी (जिला-धनबाद)
बाघमारा (जिला- धनबाद)
गिरिडीह जिले की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी)
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार इस जिले की जनसांख्यिकी इस प्रकार है-
कुल जनसंख्या : 24.45 लाख
पुरुष : 12.58 लाख
महिला: 11.87 लाख
जनसंख्या वृद्धि (दशकीय): 28.41%
जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किलोमीटर): 493
झारखंड की जनसंख्या में अनुपात: 7.41%
लिंगानुपात (महिलाएं प्रति 1000 पुरुष) : 944
औसत साक्षरता: 63.14%
पुरुष साक्षरता : 76.76%
महिला साक्षरता: 48.72%
शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या : 8.51%
ग्रामीण जनसंख्या: 91.49%
धर्म
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, ये एक हिंदू बहुसंख्यक जिला है. जिले में हिंदुओं की जनसंख्या 75.90% है, जबकि मुस्लिमों की आबादी 20.80% है. दूसरे धर्मो की बात करें तो जिले में ईसाई 0.6%, सिख 0.04%, बौद्ध 0.03%, जैन 0.06% और अन्य 2.42% हैं.
गिरिडीह जिले में दर्शनीय स्थल
पारसनाथ हिल्स/ श्री शिखरजी
इस जिले में स्थित पारसनाथ पर्वत जैन धर्मावलंबियों के लिए एक पवित्र तीर्थस्थल है. पारसनाथ पर्वत की ऊंचाई 1350 मीटर (4430 फुट) है और यह झारखंड का सबसे ऊंचा पर्वत है. जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के नाम पर इस पर्वत का नाम पारसनाथ पड़ा. ऐसा कहा जाता है कि 24 में से 20 जैन तीर्थंकरों ने यहां मोक्ष की प्राप्ति की थी.
हरिहर धाम
हरिहर धाम जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है.भगवान शिव को समर्पित या मंदिर गिरिडीह जिले का महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थल है. यहां इस जीत सिविल इंग्ग कि यहां स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई 65 फीट है और कहा जाता है यह दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग है.
झारखंड धाम
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर यहाँ से लगभग 55 किलोमीटर दूरी पर स्थित है.
खंडोली
शहर से लगभग 10 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित खंडोली एक आकर्षक पर्यटक स्थल है. यहां आप विभिन्न तरह के वाटर स्पोर्ट, नौका विहार, रॉक क्लाइंबिंग इत्यादि का मजा ले सकते हैं.
उसरी जलप्रपात
उसरी जलप्रपात शहर से लगभग 13 किलोमीटर दूरी पर पूरब दिशा में स्थित है. यह जिले का एक लोकप्रिय पर्यटक और पिकनिक स्पॉट है.
गिरिडीह कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग
इस जिले का अपना हवाई अड्डा नहीं है. यहाँ के लिए डायरेक्ट हवाई सुविधाएं उपलब्ध नहीं है.निकटतम हवाई अड्डा:बिरसा मुंडा एयरपोर्ट ,रांची (Code: IXR) . यह हवाई अड्डा जिले से लगभग 202 किलोमीटर की दूरी पर झारखंड की राजधानी रांची में स्थित है.
दूसरा नजदीकी हवाई अड्डा : जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डा (Code:PAT) कोडरमा से 252 किलोमीटर की दूरी पर बिहार की राजधानी पटना में स्थित है.
रेल मार्ग
रेल मार्ग से आप आसानी से यहाँ आ सकते हैं. ये जिल रेल मार्ग से झारखंड के शहरों के साथ-साथ देश के अन्य भागों से जुड़ा हुआ है. देश के अन्य प्रमुख शहरों से गिरिडीह के लिए नियमित ट्रेन चलती है. नजदीकी रेलवे स्टेशन: गिरिडीह रेलवे स्टेशन (Code: GRD), महेश मुंडा जंक्शन (Code: MMD).
सड़क मार्ग
सड़कों के नेटवर्क के माध्यम से ये जिला , राज्य और देश के प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. रांची , धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, देवघर, जमशेदपुर, पटना इत्यादि प्रमुख शहरों से गिरिडीह के लिए नियमित बस सुविधाएं उपलब्ध हैं.आप यहां अपने निजी वाहन कार या बाइक से भी आ सकते हैं.
गिरिडीह जिले के बारे में कुछ रोचक बातें:
1. जनसंख्या की दृष्टि से झारखंड का तीसरा बड़ा जिला है.
2. क्षेत्रफल की दृष्टि से झारखंड का चौथा बड़ा जिला है.
3. जनसंख्या घनत्व के मामले में झारखंड में 10वां स्थान है.
4. लैंगिक अनुपात के मामले में झारखंड में 17वां स्थान है.
5. गावां प्रखंड के अंतर्गत आने वाला पिहरा गिरिडीह जिले का सबसे बड़ी आबादी वाला गांव है.
6. सबसे ज्यादा गांव वाला प्रखंड: जमुआ (315)
7. सबसे कम गांव वाला प्रखंड : सरिया (70)
8. क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले का सबसे बड़ा गांव:
पिरटांड प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव पारसनाथ हिल ( क्षेत्रफल -लगभग 6492.05 हेक्टेयर).
9. क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले का सबसे छोटा गांव:
देवरी प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव चरकापथल (क्षेत्रफल- 1.3 हेक्टेयर)