Last Updated on 25/09/2019 by Sarvan Kumar
सिमडेगा भारत के झारखंड राज्य में स्थित एक जिला है. झारखंड के दक्षिण-पश्चिमी छोड़ पर स्थित यह जिला दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत आता है. सिमडेगा शहर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है. जिले में कितने प्रखंड है? कितनी जनसंख्या है? आईये जानते हैं सिमडेगा जिले की पूरी जानकारी.
सिमडेगा जिला कब बना
एक स्वतंत्र जिला के रूप में अस्तित्व में आने से पहले ये जिला गुमला जिले का एक अनुमंडल हुआ करता था. 30 अप्रैल 2001 को इसे गुमला जिले से अलग कर कर के एक स्वतंत्र जिला बनाया गया.
सिमडेगा जिला की भौगोलिक स्थिति
बाउंड्री (चौहद्दी)
इस जिले की सीमा उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से लगती है.
उत्तर में – गुमला जिला
दक्षिण में – उड़ीसा का सुंदरगढ़ जिला
पूरब में- खूंटी जिला और पश्चिमी सिंहभूम जिला
पश्चिम में – छत्तीसगढ़ का जशपुर जिला
समुद्र तल से ऊंचाई :
ये जिला समुद्र तल से लगभग 418 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है.
क्षेत्रफल
इस जिले की भौगोलिक क्षेत्रफल 3774 वर्ग किलोमीटर है.
प्रमुख नदियां : शंख, देव, छिंदा, गिरवा , दक्षिणी कोयल और पालमारा.
अर्थव्यवस्था- कृषि, उद्योग और उत्पाद
जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, वन, पशुपालन और खनिज आधारित है.
कृषि
सिमडेगा जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: धान, गेहूं , रागी और दलहन (उड़द) और सब्जियां.
वन
इस जिले का लगभग एक तिहाई हिस्सा वनों से आच्छादित है. सिमडेगा जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन उत्पाद हैं: महुआ, लाह, केंदू , कटहल, आम , जामुन बांस , साल और नीम.
पशुपालन
पशुपालन जिले के लोगों के लिए अतिरिक्त आय का एक जरिया है.लेकिन जिले के पशुधन की गुणवत्ता अच्छी नहीं है और उनकी उत्पादन उत्पादन क्षमता कम है.
खनिज
जिला में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज हैं: लाइमस्टोन और स्टोन चिप्स.
उद्योग
प्राकृतिक और खनिज संपदा से संपन्न होने के बावजूद इस जिले में कोई भारी उद्योग नहीं है.जिले में स्थित प्रमुख उद्योग हैं: ग्रेनाइट खनन उद्योग और लाइमस्टोन खनन उद्योग.
प्रशासनिक सेटअप
प्रमंडल: दक्षिणी छोटानागपुर
प्रशासनिक सहूलियत के लिए सिमडेगा जिले को 1 अनुमंडलों और 10 प्रखंडों में बांटा गया है.
अनुमंडल:
जिले के अंतर्गत केवल एक अनुमंडल आता है- सिमडेगा.
प्रखंड :इस जिले को कुल 10 प्रखंडों में बांटा गया है
पाकरटांड, सिमडेगा, केरसई, कुरडेग, बोलबा, ठेठईटांगर, कोलेबिरा, बानो, जलडेगा और बांसजोर.
शहरी निकायों की संख्या : 1, सिमडेग
ग्राम पंचायतों की संख्या: 94
कुल गांवों की संख्या: 451
निर्वाचन क्षेत्र
लोक सभा : 1, खूंटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र
विधानसभा
जिले के अंतर्गत कुल 2 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं: कोलेबिरा और सिमडेगा.
सिमडेगा जिले की डेमोग्राफीक्स (जनसांख्यिकी)
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार इस जिले की जनसांख्यिकी इस प्रकार है-
कुल जनसंख्या : 6.00 लाख
पुरुष : 3.00 लाख
महिला: 2.99 लाख
जनसंख्या वृद्धि (दशकीय): 16.58%
जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किलोमीटर): 159
झारखंड की जनसंख्या में अनुपात: 1.82%
लिंगानुपात (महिलाएं प्रति 1000 पुरुष) : 997
औसत साक्षरता: 67.99%
पुरुष साक्षरता : 76.08%
महिला साक्षरता: 59.92%
शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या : 7.16%
ग्रामीण जनसंख्या: 92.84%
सिमडेगा जिला रिलिजन
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, सिमडेगा एक ईसाई बहुसंख्यक जिला है. जिले में ईसाईयों की जनसंख्या 51.14% है. अन्य धर्मों की बात करें तो जिले में हिंदू 33.61%, मुस्लिम 2.52%, सिख 0.01%, बौद्ध 0.13% हैं, जैन 0.02% जबकि अन्य 12.33% हैं.
भाषाएं
जिले में बोली जाने वाली मुख्य भाषाएं हैं: सादरी (नागपुरी), हिंदी, खड़िया, हो, कुड़ुख और उड़िया.
सिमडेगा जिला आकर्षक सथल
रामरेखा धाम
जिला मुख्यालय से लगभग 28 किलोमीटर दूरी पर स्थित रामरेखा धाम हिंदू धर्मावलंबियों के लिए एक पवित्र धार्मिक स्थल है. ऐसी मान्यता है कि 14 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण यहां आए थे और कुछ दिनों तक निवास किया था. यहां सीता चूल्हा, चरण पादुका, अग्निकुंड और गुप्त गंगा इत्यादि कई पुरातत्व संरचनाएं स्थित हैं जिससे इस बात का संकेत मिलता है कि वनवास काल के दौरान भगवान राम ने इसी पथ का अनुसरण किया था.
केतुंआ धाम
सिमडेगा से लगभग 60 किलोमीटर पर की दूरी पर स्थित केतुंआ धाम जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने इसे इस स्थान का संबंध बौद्ध काल से बताया है. यहां से भगवान बुध की कई प्रतिमाएं मिली है. पुरातत्व विशेषज्ञों का मानना है की कलिंग युद्ध के बाद पाटलिपुत्र लौटने के दौरान सम्राट अशोक ने इन मूर्तियों को स्थापित किया था.
बनदुर्गा मंदिर
देवी शक्ति को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर सिमडेगा से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर बोलबा प्रखंड स्थित है.
दनगद्दी
जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर बोलबा प्रखंड में स्थित दनगद्दी जिले का एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और खूबसूरत झरना पर्यटकों का मन मोह लेता है.
केलाघाघ बांध
सुंदर पहाड़ियों से घिरा यह खूबसूरत डैम जिले का एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण है. यह सिमडेगा जिला मुख्यालय से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां आप मोटर बोट इन और पैरासेलिंग का आनंद ले सकते हैं.
सिमडेगा जिला कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग
इस जिले का अपना हवाई अड्डा नहीं है. यहां के लिए डायरेक्ट हवाई सेवा उपलब्ध नहीं है.
निकटतम हवाई अड्डा : बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची (Code: IXR) .यह हवाई अड्डा सिमडेगा से लगभग 135 किलोमीटर की दूरी पर झारखंड की राजधानी रांची में स्थित है.
रेल मार्ग : सिमडेगा जिले का अपना रेलवे स्टेशन नहीं है.
निकटतम रेलवे स्टेशन : राउरकेला जंक्शन रेलवे स्टेशन ( Code: ROU). यह रेलवे स्टेशन सिमडेगा जिले से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर उड़ीसा के राउरकेला में स्थित है.
दूसरा नजदीकी रेलवे स्टेशन : रांची जंक्शन रेलवे स्टेशन (Station Code: RNC). ये रेलवे स्टेशन सिमडेगा से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर झारखंड की राजधानी रांची में स्थित है.
सड़क मार्ग
सिमडेगा सड़क मार्ग से झारखंड राज्य और देश के प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. यहां के लिए नियमित व बस सेवाएं उपलब्ध है. आप यहां अपने निजी वाहन कार या बाइक से भी आ सकते हैं.
सिमडेगा जिले के कुछ रोचक बातें:
1. जनसंख्या की दृष्टि से झारखंड का 22वां बड़ा जिला है.
2. क्षेत्रफल की दृष्टि से झारखंड का 8वां बड़ा जिला है.
3. जनसंख्या घनत्व के मामले में जिले का झारखंड में 24वां स्थान है.
4. लैंगिक अनुपात के मामले में झारखंड में दूसरा स्थान है.
5. केरसई प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव तैसर सिमडेगा जिले का सबसे बड़ी आबादी वाला गांव है.
6. सबसे ज्यादा गांव वाला प्रखंड: बानो (93)
7. सबसे कम गांव वाला प्रखंड : बांसजोर (19)
8. क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले का सबसे बड़ा गांव:
केरसई प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव तैसर (क्षेत्रफल -लगभग 6582 हेक्टेयर).
9. क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले का सबसे छोटा गांव:
बांसजोर प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव पतरापाली (क्षेत्रफल- 23 हेक्टेयर).