
Last Updated on 25/09/2019 by Sarvan Kumar
गुमला भारत के झारखंड राज्य में स्थित एक जिला है. हरे-भरे जंगलों, पहाड़ों और नदियों से आच्छादित यह सुंदर जिला झारखंड के पश्चिमी भाग में स्थित है. यह जिला दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत आता है. गुमला शहर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है.गुमला जिले में कितने गांव है? कितनी जनसंख्या है? आईये जानते हैं गुमला जिले की पूरी जानकारी.
नामकरण
गुमला का नाम “गौ+मेला” पर पड़ा है. कहा जाता है कि यहां प्रतिवर्ष 1 सप्ताह के लिए पशुओं का मेला (गाय का मेला) लगा करता था. इस मेले में बर्तन, आभूषण, अनाज इत्यादि, की खरीद बिक्री होती थी. इसीलिए इस स्थान का नाम गुमला पड़ा.
गुमला जिला कब बना
एक स्वतंत्र जिला के रूप में अस्तित्व में आने से पहले य रांची जिले का हिस्सा हुआ करता था. 16 मई 1983 को इसे रांची जिले से अलग कर के एक स्वतंत्र जिला बनाया गया.
गुमला जिले की भौगोलिक स्थिति
बाउंड्री (चौहद्दी)
उत्तर में – लातेहार और लोहरदगा जिला
दक्षिण में – सिमडेगा जिला
पूरब में- रांची जिला और खूंटी जिला
पश्चिम में – छत्तीसगढ़ का जशपुर जिला और सरगुजा जिला.
समुद्र तल से ऊंचाई :
ये जिला शहर समुद्र तल से लगभग 652 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है.
क्षेत्रफल
इस जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 5360 वर्ग किलोमीटर है.
प्रमुख नदियां : दक्षिणी कोयल और शंख.
अर्थव्यवस्था- कृषि, उद्योग और उत्पाद
जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, वन, खनिज और उद्योग पर आधारित है.
कृषि
इस जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: धान, बाजरा, गेहूं, दलहन और तिलहन.
वन
जिले का एक बड़ा हिस्सा (एक तिहाई) वनों से आच्छादित है. गुमला जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन उत्पाद हैं: महुआ, साल, सिमल ,लाह, केंदू , बांस, कटहल, जामुन, आम और नीम.
खनिज
इस जिला में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज हैं: लेटराइट, बॉक्साइट , पत्थर और स्टोन चिप्स.
उद्योग
जिले में स्थित प्रमुख उद्योग हैं: बॉक्साइट खनन उद्योग और एलुमिनियम खनन उद्योग.
गुमला जिले का प्रशासनिक सेटअप
प्रमंडल: दक्षिणी छोटानागपुर
प्रशासनिक सहूलियत के लिए इस जिले को 3 अनुमंडलों और 12 प्रखंडों में बांटा गया है.
अनुमंडल:
जिले को तीन अनुमंडलों में बांटा गया है- गुमला, बसिया और चैनपुर.
प्रखंड
गुमला अनुमंडल के अंतर्गत कुल 6 प्रखंड आते हैं:
गुमला, घाघरा, भरनो, बिशुनपुर, रायडीह और सिसई.
बसिया अनुमंडल के अंतर्गत कुल 3 प्रखंड हैं: पालकोट, बसिया और कामडारा.
चैनपुर अनुमंडल के अंतर्गत कुल 3 प्रखंड हैं: चैनपुर, अल्बर्ट एक्का और डुमरी.
ग्राम पंचायतों की संख्या: 159
कुल गांवों की संख्या: 952
निर्वाचन क्षेत्र
लोक सभा : लोहरदगा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र.
इस लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत पूरा गुमला जिला, पूरा लोहरदगा जिला तथा रांची जिला का जिले का कुछ हिस्सा आता है.
विधानसभा
गुमला जिले के अंतर्गत केवल 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं: सिसई, गुमला और बिशुनपुर.
गुमला जिले की डेमोग्राफीक्स (जनसांख्यिकी)
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार इस जिले की जनसांख्यिकी इस प्रकार है-
कुल जनसंख्या : 10.25 लाख
पुरुष : 5.14 लाख
महिला: 5.10 लाख
जनसंख्या वृद्धि (दशकीय): 23.16%
जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किलोमीटर): 191
झारखंड की जनसंख्या में अनुपात: 3.11%
लिंगानुपात (महिलाएं प्रति 1000 पुरुष) : 993
औसत साक्षरता: 65.73%
पुरुष साक्षरता : 75.55%
महिला साक्षरता: 55.90%
शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या : 6.35%
ग्रामीण जनसंख्या: 93.65%
गुमला जिले की रिलिजन ( धर्म)
2011 के आधिकारिक जनगणना के अनुसार, इस जिले में हिंदू 30.19%, मुस्लिम 5.02%, ईसाई 19.75%, सिख 0.02%, और बौद्ध 0.05% है. अन्य धर्म मानने वालों की संख्या 44.62% है.
भाषाएं
जिले में बोली जाने वाली मुख्य भाषाएं हैं: हिंदी और नागपुरी.
गुमला जिले में आकर्षक स्थल
आंजन धाम मंदिर
जिला मुख्यालय से लगभग 21 किलोमीटर दूरी पर स्थित आंजन गांव पौराणिक की दृष्टि से अत्यंत ही महत्वपूर्ण है. यहां एक गुफा है जिसके बारे में मान्यता है कि माता अंजनी ने यहीं पर हनुमान जी को जन्म दिया था.
हापामुनी महामाया मंदिर
देवी महामाया को समर्पित यह प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर जिला मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर घाघरा प्रखंड के हापामुनि गांव में स्थित है.
देवाकी धाम मंदिर
भगवान शिव को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर घाघ नदी के तट पर घाघरा प्रखंड में स्थित है.
बाबा टांगीनाथ धाम मंदिर
पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह मंदिर गुमला जिले में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि भगवान परशुराम ने यहीं पर अपना फरसा भूमि में गाड़ दिया था. स्थानीय भाषा में फरसा को टांडी कहा जाता है इसीलिए इस स्थान का नाम टांगीनाथ पड़ा.
वासुदेव कोना शिव मंदिर
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर जिले के रायडीह प्रखंड में स्थित है.
गुमला कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग
इस जिले का अपना हवाई अड्डा नहीं है. यहां के लिए डायरेक्ट हवाई सेवा उपलब्ध नहीं है.
निकटतम हवाई अड्डा : बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची (Code: IXR).यह हवाई अड्डा गुमला से लगभग 96 किलोमीटर की दूरी पर झारखंड की राजधानी रांची में स्थित है.
रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन : लोहरदगा स्टेशन (Station Code: LAD)
सड़क मार्ग
ये जिला , सड़क मार्ग से झारखंड राज्य और देश के प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. यहां के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध है. आप यहां अपने निजी वाहन कार या बाइक से भी आ सकते हैं.
गुमला जिले के कुछ रोचक बातें:
1. जनसंख्या की दृष्टि से झारखंड का 16वां बड़ा जिला है.
2. क्षेत्रफल की दृष्टि से झारखंड का दूसरा बड़ा जिला है.
3. जनसंख्या घनत्व के मामले में झारखंड में 22वां स्थान है.
4. लैंगिक अनुपात के मामले में झारखंड में चौथा स्थान है.
5. सिसई प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव सिसई गुमला जिले का सबसे बड़ी आबादी वाला गांव है.
6. सबसे ज्यादा गांव वाला प्रखंड: घाघरा (119)
7. सबसे कम गांव वाला प्रखंड : अल्बर्ट एक्का (52)
8. क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले का सबसे बड़ा गांव:
बिशुनपुर प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव निरासी (क्षेत्रफल -लगभग 4349 हेक्टेयर).
9. क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले का सबसे छोटा गांव:
अल्बर्ट एक्का प्रखंड के अंतर्गत आने वाला गांव Tetardanr (क्षेत्रफल- 26.24 हेक्टेयर).

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