Ranjeet Bhartiya 01/04/2020

Last Updated on 01/04/2020 by Sarvan Kumar

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू किए गए 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन का समर्थन करते हुए शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि मोदी जी का हिंदुस्तान को लॉक डाउन करने का फैसला हिंदुस्तान की भलाई के लिए था. अब कुछ कट्टरपंथी मुसलमान मोदी जी से दुश्मनी रखने की वजह से इस लॉक डाउन को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर यह महामारी मुस्लिम इलाकों में फैलती है और किसी की मौत होती है तो मौतों के जिम्मेदार वह सब खुद होंगे. सरकार को चाहिए कि उनके परिवार के खिलाफ मुकदमे दर्ज करे.

तबलीगी जमात के बारे में बताते हुए रिजवी ने कहा कि यह मुसलमानों की दुनिया का खतरनाक जमात है जो आतंकियों के लिए सुसाइड बॉम्बर तैयार करता है. इस जमात ने अपने लोगों में कोरोनावायरस संक्रमित करा कर हिंदुस्तान भेजा. उनका मकसद था कोरोना वायरस से हिंदुस्तान में ज्यादा से ज्यादा मौतें कराई जा सके. यह जमात मौतों के सौदागर हैं और इंसानियत कि दुश्मन है. इनके लिए मौत से कम कोई भी सजा निर्धारित नहीं होनी चाहिए. 18 मार्च को तबलीगी जमात की एक मरकज में  1000 से ऊपर लोग  शामिल हुए थे जिसमें कई कोरोना संक्रमित पाए गये थे।

वसीम रिजवी उत्तर प्रदेश सेंट्रल शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन हैं. रिजवी अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं. इस्लामिक कट्टरपंथ पर खुलकर बोलने वाले रिजवी कई बार इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर भी आ चुके हैं.

जनसंख्या नियंत्रण कानून की वकालत कर चुके हैं वसीम रिजवी!
वसीम रिजवी ने 20 जनवरी 2020 को जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बयान देते हुए कहा था कि कुछ लोगों का कहना है कि बच्चा पैदा करना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें किसी को दखलंदाजी नहीं करना चाहिए. लेकिन जानवरों की तरह बच्चा पैदा करना समाज और देश के लिए हानिकारक है. देश के लिए अच्छा होगा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए.

आपकों बता दें कोरोना से अब तक पूरे विश्व में 41000 और भारत में 35 मौतें हो चुकी है।

 

 

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