Ranjeet Bhartiya 03/05/2023
Jankaritoday.com अब Google News पर। अपनेे जाति के ताजा अपडेट के लिए Subscribe करेेेेेेेेेेेें।
 

Last Updated on 03/05/2023 by Sarvan Kumar

कला न केवल हमारे जीवन को सुंदर बनाती है बल्कि अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम भी है. कला किसी भी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कला, साहित्य और सांस्कृतिक संवर्धन से ही सामाजिक विकास होता है. कला समाज को आकार देने और एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कला के विभिन्न रूप हैं जिसमें नाट्य या अभिनय कला भी कला का एक महत्वपूर्ण रूप है. इसी क्रम में यहां हम जानेंगे ब्राह्मण अभिनेता के बारे में.

ब्राह्मण अभिनेता

रंगमंच कलाकारों के रूप में तथा टीवी और फिल्म अभिनेताओं के रूप में, ब्राह्मण समुदाय के कलाकारों ने नाट्य कला को समृद्ध करने और देश की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. भारत में रंगमंच का इतिहास बहुत प्राचीन है. माना जाता है कि नाट्य कला का विकास भारत में ही हुआ. नाट्यशास्त्र नामक प्राचीन ग्रंथ के रचयिता भरतमुनि ने इस कला को शास्त्रीय रूप दिया. नाट्यशास्त्र को नाट्‍य कला का सबसे मौलिक ग्रंथ माना जाता है. भारत में इस्लामिक शासन के दौरान मुस्लिम शासकों के कट्टरवादी रवैये के कारण इस कला का पतन होने लगा. आधुनिक भारतीय नाट्य साहित्य का इतिहास एक शताब्दी से अधिक पुराना नहीं है. आधुनिक भारतीय रंगमंच का विकास 19वीं शताब्दी के मध्य से 20वीं शताब्दी के मध्य तक ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ. ब्राह्मण समाज से आने वाले रंगमंच के कलाकारों की सूची बहुत लंबी है. ब्राह्मण समाज से आने वाले कुछ प्रमुख रंगमंच अभिनेताओं/अभिनेत्रियों के के नाम इस प्रकार हैं- मोहन आगाशे, विक्रम गोखले, अनुपम खेर, सौरव शुक्ला, गिरीश कर्नाड, मनोज बाजपेई, विनय पाठक, पीयूष मिश्रा, संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी, सुप्रिया पाठक, दीपक डोबरियाल, आदि. भारत में कई भाषाओं में फिल्में बनती हैं, जैसे हिंदी, कन्नड़, तेलुगू, तमिल, मलयालम, बंगाली, भोजपुरी, गुजराती, उड़िया आदि. निर्मित फिल्मों की संख्या के मामले में भारतीय फिल्म उद्योग दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म उद्योग है. भारतीय फिल्म उद्योग में ब्राह्मण अभिनेताओं की मजबूत उपस्थिति है. बॉलीवुड में सुनील दत्त, मिथुन चक्रवर्ती, संजय दत्त, अर्जुन रामपाल आदि ब्राह्मण समाज से आते हैं.

साउथ फ़िल्मों में ब्राह्मण अभिनेता

हिंदी फिल्मों के अलावा दक्षिण भारतीय फिल्मों और क्षेत्रीय फिल्मों में भी ब्राह्मण अभिनेताओं का बोलबाला है. बंगाली फिल्मों में चटर्जी, चट्टोपाध्याय, मुखर्जी, बनर्जी, गांगुली, चक्रवर्ती, भट्टाचार्य उपनाम वाले अभिनेता ब्राह्मण समाज से आते हैं. उड़िया फिल्मों के कई कलाकार जैसे सिद्धांत महापात्रा, सब्यसाची मिश्रा आदि ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार अभिनेता रवि किशन और मनोज तिवारी भी ब्राह्मण समाज से आते हैं. फिल्मों के अलावा छोटे पर्दे यानी टेलीविजन इंडस्ट्री में भी ब्राह्मण समुदाय के कलाकारों की तगड़ी उपस्थिति है.

ब्राह्मण अभिनेताओं की सूची

सिनेमा मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन है इसलिए यह हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है. दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने का रिकॉर्ड भारत के नाम है. सेंसर बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर साल 20 से ज्यादा भाषाओं में 1500 से 2000 फिल्में बनती हैं. भारतीय फिल्म उद्योग को बनाने, स्थापित करने और विकसित करने में ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका रही है. यहां हम ब्राह्मण अभिनेताओं की सूची के बारे में जानेंगे.

भारत में सिनेमा को लाने का श्रेय दादासाहेब फाल्के को जाता है. फाल्के एक मराठी चितपावन ब्राह्मण थे. उन्होंने सिनेमा जगत में उस समय कदम रखा जब भारत में सिनेमा का अस्तित्व नहीं था. भारतीय सिनेमा की शुरुआत राजा हरिश्चंद्र नामक मूक फिल्म से मानी जाती है. यह फिल्म 3 मई 1913 को रिलीज हुई थी. इस फिल्म के निर्माता निर्देशक दादासाहेब फाल्के थे. एक कठिन संघर्ष के बाद दादासाहेब सिनेमा को भारत में लाने में कामयाब हुए थे. इसीलिए दादासाहेब फाल्के को भारतीय सिनेमा का जनक या पितामह (Father of Indian Cinema) कहा जाता है.

राजा हरिश्चंद्र से शुरू हुआ भारतीय सिनेमा का सफर आज तक जारी है. भारतीय सिनेमा ने अपने 110 साल के इतिहास में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. भारतीय सिनेमा को इस मुकाम तक पहुंचाने में ब्राह्मण समाज से आने वाले निर्माताओं, लेखकों, निर्देशकों, गीतकारों और संगीतकारों और अभिनेताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. अब इस लेख के मुख्य विषय पर आते हैं और ब्राह्मण अभिनेताओं के बारे में जानते हैं. नीचे प्रमुख ब्राह्मण अभिनेताओं की सूची (Brahmin actors list ) दी गई है-

•अशोक कुमार (Ashok Kumar)
•मनोज कुमार (Manoj Kumar)
•किशोर कुमार (Kishor Kumar)
•राज कुमार (Raj Kumar)
•सुनील दत्त (Sunil Datt)
•मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakravarti)
•राकेश रोशन (Rakesh Roshan)
•ओम प्रकाश (Om Prakash)
•जॉय मुखर्जी (Joy Mukherjee)
•कमल हासन (Kamal Hassan)
•अनुपम खेर (Anupam Kher)
•संजय दत्त (Sanjay Dutt)
•अजय देवगन (Ajay Devgan)
•ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan)
•मनोज बाजपाई (Manoj Bajpai)
•सौरभ शुक्ला (Sourabh Shukla)
•संजय मिश्रा (Sanjay Mishra)
•पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi)
•विनय पाठक (Vinay Pathak)
•चंकी पांडे (Chunky Pandey)
•अतुल अग्निहोत्री (Atul Agnihotri)
•मुकेश तिवारी (Mukesh Tiwari)
•अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal)
•शर्मन जोशी (Sharman Joshi)
•कार्तिक आर्यन (Kartik Aryan)


References:

•”Google doodle marks Dadasaheb Phalke birth anniversary, Amitabh Bachchan pays homage”. Hindustan Times. 30 April 2018. Archived from the original on 2 May 2018. Retrieved 11 July 2018.

•Jain, Kajri (16 March 2007). Gods in the Bazaar: The Economies of Indian Calendar Art. Duke University Press. p. 151. ISBN 978-0-8223-8973

Guy L. Beck (2012). Sonic Liturgy: Ritual and Music in Hindu Tradition. University of South Carolina Press. pp. 138–139. ISBN 978-1-61117-108-2.

Amazon deals of the day ( लूट लो )
क्या आप भी बिना ऑफर के शॉपिंग करते हैं और करा लेते हैं नुकसान- यहाँ क्लिक कर जानें Amazon का आज का ऑफर और पाएं 83 % तक की छूट!
Disclaimer: Is content में दी गई जानकारी Internet sources, Digital News papers, Books और विभिन्न धर्म ग्रंथो के आधार पर ली गई है. Content  को अपने बुद्धी विवेक से समझे। jankaritoday.com, content में लिखी सत्यता को प्रमाणित नही करता। अगर आपको कोई आपत्ति है तो हमें लिखें , ताकि हम सुधार कर सके। हमारा Mail ID है jankaritoday@gmail.com. अगर आपको हमारा कंटेंट पसंद आता है तो कमेंट करें, लाइक करें और शेयर करें। धन्यवाद Read Legal Disclaimer 

Leave a Reply