Ranjeet Bhartiya 31/03/2023
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Last Updated on 02/04/2023 by Sarvan Kumar

किसी जाति या समुदाय के लिए किसी भी क्षेत्र में ऊंचा मुकाम हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. इससे उस समुदाय की पहचान मजबूत होती है और उसकी प्रतिष्ठा बढ़ती है. साथ ही आने वाली पीढ़ी को जीवन में कुछ बड़ा करने की प्रेरणा भी मिलती है. प्राचीन काल से ही भारत की सामाजिक संरचना में नाई जाति के लोगों का महत्वपूर्ण स्थान रहा है. इस समुदाय के लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में बहुत नाम कमाया है. राजनीति के क्षेत्र में भी समुदाय के लोग ऊंचे ऊंचे पदों पर आसीन हुए हैं. इसी क्रम में जानिए भारत में नाई जाति के मंत्री के बारे में.

भारत में नाई जाति के मंत्री

प्राचीन काल से ही नाई समुदाय लोगों के सुख-दुख में बराबर का भागीदार रहा है. इस समुदाय के लोग अपने पारंपरिक व्यवसाय के अलावा धार्मिक अनुष्ठानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसलिए इनके बिना कोई भी शुभ कार्य संभव नहीं है. समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद नाई समाज उपेक्षा का शिकार रहा है. यह समुदाय आर्थिक रूप से कमजोर है और इस समाज में शिक्षा का अभाव है. शिक्षा की कमी के कारण इस समुदाय के अधिकांश लोग रोजगार के आधुनिक अवसरों का लाभ नहीं उठा पाते हैं. साथ ही पूंजी के अभाव में इनके लिए व्यवसाय करना भी संभव नहीं है. आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा यह समाज राजनीतिक रूप से भी हाशिए पर है. वर्तमान में विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं और लोकसभा में इस समुदाय का पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है. राजनीति में भागीदारी बढ़ाने के लिए नाई समाज के लोग लंबे समय से लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपनी आबादी के अनुपात में भागीदारी की मांग कर रहे हैं.

आइए अब हम अपने मूल प्रश्न पर आते हैं और भारत में नाई जाति के मंत्री के बारे में जानते हैं-

कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur)

बिहार के समस्तीपुर जिले में एक नाई परिवार में जन्मे कर्पूरी ठाकुर एक स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ थे. उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और 26 महीने तक जेल में रहे. वह 1967 से 1968 तक बिहार के शिक्षा मंत्री रहे. वह 5 मार्च 1967 से 28 जनवरी 1968 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे. कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे.

रामनाथ ठाकुर (Ramnath Thakur)

कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर ने 1995 में लालू प्रसाद के मंत्रिमंडल में बिहार के गन्ना मंत्री के रूप में काम किया. 2005 में जब नीतीश कुमार की सरकार बनी तो रामनाथ ठाकुर को राजस्व मंत्रालय समेत तीन विभागों की जिम्मेदारी मिली. उन्होंने कानून और सूचना और जनसंपर्क मंत्रालय का काम भी संभाला.

 


Refrences: 

• Singh, Aastha (24 January 2019). “Karpoori Thakur, the other Bihar CM who banned alcohol”. ThePrint. Retrieved 15 June 2020

•”Karpoori Thakur”. FreeIndia.Org. Retrieved 14 January 2008.

•”संग्रहीत प्रति”. मूल से 19 मार्च 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 नवंबर 2014.

•https://zeenews.india.com/hindi/india/bihar-jharkhand/former-cm-karpuri-thakur-son-ramnath-thakur-will-be-sent-to-rajyasabha/652618

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