
Last Updated on 30/08/2020 by Sarvan Kumar
- बॉलीवुड के कई हीरो ऐसे हुए जिनका जादू लोगों के सिर चढकर बोला. ऐसे ही एक हीरो थे राजेश खन्ना.आज के जमाने में उनके जैसा स्ट्रारडम किसी एक्टर को नहीं मिला.आइए जानें बॉलीवुड के सबसे पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का संक्षिप्त जीवन परिचय.
राजेश खन्ना का कब और कहाँ हुआ था जन्म
राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. उनका असली नाम जतिन खन्ना था. राजेश खन्ना को चुन्नीलाल खन्ना और लीलावती खन्ना ने गोद लिया था.वे उनके असली माता पिता के रिश्तेदार थे. राजेश खन्ना के असली माता-पिता का नाम लाला हीरानंद खन्ना और माता का नाम चंद्रानी खन्ना था. लाला हीरानंद पाकिस्तान के वेहारी हाई स्कूल में हेड मास्टर थे.राजेश खन्ना को गोद लेने वाले माता-पिता मूलतः लाहौर के रहने वाले थे. पिता रेलवे के कॉन्टेक्टर थे इसीलिए उनका परिवार अमीर था. 1935 में वे लाहौर से मुंबई आ गए. मुंबई में आने के बाद खन्ना परिवार का ठिकाना बना ठाकुरद्वार स्थित सरस्वती निवास.
राजेश खन्ना की शिक्षा
राजेश खन्ना कि शुरुआती शिक्षा St. Sebastian’s Goan High School में हुई. स्कूल में उनके क्लासमेट थे रवि कपूर जो कि बाद में जितेंद्र के नाम से मशहूर हुए हैं.राजेश खन्ना थिएटर में दिलचस्पी लेने लगे. स्कूल कॉलेज के दिनों में राजेश खन्ना नाटक में पार्टिसिपेट करने लगे. उन्होंने कई सारे इंटर कॉलेज ड्रामा कंपटीशन में भाग लिया और कई बार उन्होंने पुरस्कार भी जीते. बात 1962 की है एक नाटक में राजेश खन्ना ने घायल और गूंगे सैनिक का किरदार किया. इस नाटक का नाम था अंधा युग. इस नाटक को देखने आए चीफ गेस्ट राजेश खन्ना के अदाकारी से काफी प्रभावित हो गए और उन्होंने राजेश खन्ना को फिल्मों में किस्मत आजमाने का सलाह दिया.राजेश खन्ना ने थिएटर और फिल्मों में काम करने के लिए संघर्ष करना शुरू कर दिया. लेकिन उस संघर्ष के दौर में भी राजेश खन्ना बिल्कुल खास थे. वे काम मांगने भी MG sports car से जाते थे. B.A. के पहले 2 वर्ष (1959- 1961) की पढ़ाई Nowrosjee Nadia College पुणे से किया. उसके बाद खन्ना आगे की पढ़ाई ने K. C. College मुंबई आ गए.
अपना नाम बदला
राजेश खन्ना के एक चाचा थे जिनका नाम था केके तलवार.
जब राजेश खन्ना ने फिल्मों में आने का निश्चय किया तो उनके चाचा ने नाम बदलने का सलाह दिया.अपने चाचा के कहने पर अपना नाम बदल कर राजेश खन्ना रख लिया .उनकी पत्नी और उनके फ्रेंड उन्हें प्यार से काका कहा करते थे. काका का पंजाबी में अर्थ होता है बच्चे जैसा चेहरे वाला लड़का.
राजेश खन्ना का फिल्मी करियर
उन्होंनें 106 सोलो हीरो वाली फिल्में की जिसमें से 97 फिल्में 1967 से 2013 के बीच रिलीज हुई. उनहोंने उन्होंनें केवल 22 मल्टीस्टारर फिल्मों में काम किया. सारे फिल्मों को समीक्षकों ने 5 में से 4 से ज्यादा रेटिंग दिया था.वे 1966 में आखरी खत फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा. अपने फिल्मी करियर के दौरान राजेश खन्ना 168 फीचर फिल्मों और 12 शॉर्ट फिल्म में नजर आए.
अवॉर्डस
राजेश खन्ना को तीन बार फिल्म फेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड मिला. उन्हें चार बार बेस्ट एक्टर BFJA अवॉर्ड (हिंदी) से सम्मानित किया गया.
इसको साथ 1991 में सबसे ज्यादा सोलो हीरो वाली फिल्म करने के लिए स्पेशल फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया.
2005 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला.
1970 से 1987 तक राजेश खन्ना अमिताभ बच्चन के साथ सबसे ज्यादा फीस लेने वाले एक्टर रहे.
राजनीति में भी थे सक्रिय
1993 से 1996 तक राजेश खन्ना नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के सांसद रहे.
ये जीत उन्हे शत्रुहन सिन्हा के खिलाफ मिली थी.इस वजह से उनकी वर्षो पुरानी दोस्ती टुट गयी थी .
राजेश खन्ना ने 1973 में अपने से 15 साल छोटी डिंपल कपाड़िया से शादी किया.
उन्हें दो बेटियां हुई -रिंकी खन्ना और ट्विंकल खन्ना.
मृत्यु
काफी समय तक बीमार रहने के बाद राजेश खन्ना की मृत्यु 18 जुलाई 2012 को हो गई.
मरणोपरांत राजेश खन्ना को भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पदम भूषण से सम्मानित किया गया.
30 अप्रैल 2013 को राजेश खन्ना को दादा साहेब फालके अकैडमी अवॉर्ड्स में भारत के पहले सुपरस्टार होने का टाइटल प्रदान किया गया.
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