
Last Updated on 17/07/2020 by Sarvan Kumar
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 2 दिन के दौरे पर लद्दाख और जम्मू कश्मीर में हैं. इस दौरे पर रक्षा मंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी लेह पहुंचे हैं. रक्षा मंत्री ने इस दौरान लद्दाख पहुंचकर सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल का जायजा लिया तथा लद्दाख में तैनात जवानों का हौसला बढ़ाया.
बता दें कि राजनाथ सिंह लेह के स्टाकना पहुंचे हैं. इस दौरान व्यू पॉइंट पर वायु सेना तथा थल सेना के जवानों के साथ-साथ पैरा कमांडोज ने युद्धाभ्यास किया तथा अपने पराक्रम का प्रदर्शन किया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के अत्याधुनिक राइफल से निशाना साध कर के स्पष्ट संकेत दिया है कि भारत शांति चाहता है पर किसी की नापाक हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि
▪आपसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. साथ ही इस बात का दुख भी है कि हाल ही में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुए झड़प में हमारे कुछ जवानों ने देश की सीमा की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. हमारे सैनिकों की शहादत का गम 130 करोड़ भारतवासियों को भी है. भारतीय सेना पर हमें नाज है तथा जवानों के बीच आकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.
▪जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए. कहाँ तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता. लेकिन इतना यक़ीन मैं ज़रूर दिलाना चाहता हूँ कि भारत की एक इंच ज़मीन भी दुनिया की कोई ताक़त छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्ज़ा नहीं कर सकता.
▪भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है. हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की ज़मीन पर हमने क़ब्ज़ा किया है. भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है.
▪हम अशांति नहीं चाहते हम शांति चाहते हैं. हमारा चरित्र रहा है कि हमने किसी भी देश के स्वाभिमान पर चोट मारने की कभी कोशिश नहीं की है. भारत के स्वाभिमान पर यदि चोट पहुँचाने की कोशिश की गई तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे.
▪भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज़ है. मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ. हमारे जवानों ने शहादत दी है. इसका ग़म 130 करोड़ भारतवासियों को भी है. भारत का नेतृत्व सशक्त है. हमें श्री नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है. फ़ैसला लेने वाला प्रधानमंत्री मिला है.
▪यदि हम आज लद्दाख़ में खड़े हैं तो आज के दिन मैं कारगिल युद्द में भारत की सीमाओं की अपने प्राणों की बाज़ी लगाकर रक्षा करने वाले बहादुर सैनिकों को भी स्मरण एवं नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ.

