
Last Updated on 11/01/2023 by Sarvan Kumar
राजभर भारत में पाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण जाति है. इस समुदाय के अधिकांश लोग उत्तरी और पूर्वी भारत के राज्यों में फैले हुए हैं. अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है. उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्यों जैसे बिहार, झारखंड हरियाणा, उत्तराखंड राजस्थान आदि में भी इनकी उपस्थिति है. इसी क्रम में आइए जानते हैं बिहार की राजभर जाति के बारे में.
बिहार की राजभर जाति
मुख्य विषय पर आने से पहले राजभर जाति से जुड़े कुछ ऐतिहासिक तथ्यों पर प्रकाश डालते हैं. ब्रिटिश प्राच्यविद विलियम क्रुक्स (6 अगस्त 1848 – 25 अक्टूबर 1923) ने राजभर जाति को संयुक्त प्रांत के पूर्वी भाग में पाई जाने वाली द्रविड़ मूल की जाति के रूप में वर्णित किया है. बता दें कि संयुक्त प्रांत ब्रिटिश भारत का एक प्रांत था जिसमें वर्तमान उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल थे. यदि हम संयुक्त प्रांत के पूर्वी भाग की बात करें तो यह आधुनिक उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग का प्रतिनिधित्व करता है जो कि पूर्वांचल क्षेत्र है. राजभर मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित पूर्वांचल क्षेत्र में केंद्रित हैं. पूर्वांचल की पूर्वी सीमा बिहार राज्य के पश्चिमी भाग से लगती हैं. पूर्वांचल से सटे बिहार के जिलों में राजभरों की उपस्थिति है. इसके अलावा बिहार के दूसरे जिलों में भी इस समुदाय की छुटपुट आबादी है. बिहार में यह समुदाय सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ेपन का शिकार है. इसीलिए इन्हें आरक्षण प्रणाली के तहत ओबीसी के रूप में वर्गीकृत किया गया है.
बिहार में राजभर जाति की जनसंख्या का कोई स्पष्ट आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. लेकिन राजनीतिक भागीदारी के मामले में यहां इनकी स्थिति उत्तर प्रदेश के राजभर समुदाय जैसी नहीं है. पूर्वांचल में राजभर समुदाय राजनीतिक रूप से काफी मजबूत है. पूर्वांचल की कई सीटों पर राजभर समुदाय की भूमिका निर्णायक है. यहां इस समुदाय को ओमप्रकाश राजभर के रूप में एक नेता मिल चुका है जो राजभर समुदाय से जुड़े हुए मुद्दे को आक्रमक रूप से उठाते रहते हैं. लेकिन बिहार कि राजनीति में राजभर समुदाय की सक्रिय भूमिका नहीं दिखती. राज्य में इस समुदाय का कोई राजनीतिक नेतृत्व नहीं है. इससे पता चलता है कि बिहार में इस समुदाय की स्थिति संख्याबल के लिहाज से शायद उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) जैसी नहीं है. बिहार में राजभर समुदाय सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से खुद को मजबूत करने के लिए संघर्षरत है.
References:
•The Tribes and Castes of the North-western Provinces and Oudh
Volume 2
By William Crooke · 1896
•https://www.bhaskar.com/bihar/nawada/news/up-cabinet-minister-om-prakash-rajbhar-said-political-stake-in-rajaraje-caste-in-bihar-043023-3712594.html

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