Ranjeet Bhartiya 27/12/2021

Last Updated on 27/12/2021 by Sarvan Kumar

मुकेश साहनी का जन्म 31 मार्च 1981 को हुआ था.
जानकारी के मुताबिक मुकेश साहनी बिहार में दरभंगा जिले के सुपौल बाजार के रहने वाले हैं. इनके पिता का नाम जीतन साहनी और माता का नाम मीना देवी है. परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण मुकेश साहनी केवल आठवीं तक पढ़ाई कर पाए. 18 साल की उम्र में साहनी घर से भागकर मुंबई आ गए. मुंबई आने के बाद शुरुआत में उन्होंने एक जनरल स्टोर पर काम किया. सेल्समैन की नौकरी भी की. बाद में मुकेश एक मजदूर के रुप में बॉलीवुड में सेट डिजाइन का काम करने लगे. आइए जानते हैं मुकेश साहनी का education, Family  और उनका रााजनीतिक सफर.

मुकेश साहनी का राजनीतिक सफर

मुकेश साहनी के सामाजिक जीवन में पदार्पण करने की कहानी दिलचस्प है. एक बार साहनी एक विवाह में शामिल होने के लिए बिहार आए. लोगों ने उनसे कहा कि आपने अपने लिए नाम और पैसा कमा लिया है, अब समाज के लिए भी कुछ कीजिए. यह बात मुकेश सैनी के मन में अटक गई. उन्होंने 2010 में अपने समाज और समुदाय के बारे में सोचना शुरू किया. काफी विचार करने के बाद उन्होंने “साहनी समाज कल्याण संस्था” की स्थापना की. इसके दो दफ्तर खोले गए-एक दरभंगा में और दूसरा पटना में. इस संस्था के माध्यम से वह लोगों को अच्छी तरह से शिक्षित तथा एकजुट करने का प्रयास करने लगे. उन्होंने लोगों से राजनीति में रुचि लेने की अपील की और लोगों को राजनीतिक रुप से लामबंद करने का प्रयास करने लगे. साल 2015 में उन्होंने “निषाद विकास संघ” नाम की एक और संस्था की स्थापना की. इस संगठन के माध्यम से यह अपने समुदाय के लोगों को जिलेवार रूप से एकजुट करने का काम करने लगे.

विकासशील इंसान पार्टी का गठन

बिहार में मछुआरों और नाविकों की जाति में आने वाले मल्लाह, सहनी, निषाद, बिंद जैसी अति पिछड़ी जातियों की अच्छी खासी आबादी है. राज्य की 10 से 15 लोकसभा सीटों पर यह हार जीत का फैसला करते हैं. 2014 में इन्होंने दरभंगा के राज मैदान में एक बड़ी रैली रैली का आयोजन किया. इस रैली में मल्लाह समाज के लाखों लोग शरीक हुए. बिहार में मल्लाह समाज का कोई बड़ा नेता नहीं होने और मुकेश सहनी की बढ़ती लोकप्रियता के कारण राजनीतिक महकमे में हलचल मच गई. मुकेश साहनी के राजनीतिक जीवन में बड़ा मौका तब आया जब जातीय फैक्टर और मुकेश सैनी की बढ़ती हुई लोकप्रियता के कारण नरेंद्र मोदी की नजर इन पर पड़ी. मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में मुकेश साहनी को स्टार प्रचारक के रूप में शामिल किया. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया था. हालांकि, मल्लाह जाति को अनुसूचित जाति श्रेणी में शामिल करने के वादे को ना पूरा होने के कारण उन्होंने भाजपा को छोड़ दिया. साल 2018 में उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी का गठन किया. 2019 के लोकसभा चुनाव मे यह महागठबंधन में शामिल हो गए. उन्होंने 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाए. वर्तमान में बिहार विधानसभा में विकासशील इंसान पार्टी के केवल तीन ही विधायक हैं, लेकिन फिर भी सत्ता की चाबी मुकेश साहनी के पास ही है. मुकेश साहनी के राजनीतिक हैसियत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बिहार में तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली महागठबंधन तरफ से इन्हें कई बार उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया जाता है.

मुकेश साहनी Education 

मुकेश साहनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वह केवल आठवीं पास हैं. वह बिहार सरकार में सबसे अमीर मंत्री हैं.

 मुकेश साहनी का घर कहां है?

जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी बिहार में दरभंगा जिले के सुपौल बाजार के रहने वाले हैं.

मुकेश साहनी के पत्नी और बच्चे 

मुकेश साहनी के पत्नी का नाम कविता साहनी है, जो कि एक गृहिणी हैं. इनके दो बच्चे हैं, बेटा रणवीर साहनी और बेटी मुस्कान साहनी. मुकेश साहनी का एक भाई है जिनका नाम संतोष साहनी है, एक बहन है जिनका नाम रिंकू साहनी है.

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