Last Updated on 04/04/2020 by Sarvan Kumar
Viral audio ravish kumar and md Saad: सोशल मीडिया पर एक audio वायरल हो रहा है। ndtv के पत्रकार रविश कुमार और निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात मरकज के मौलाना मो. साद के बीच हुई बातचीत का यह audio 6 मिनट और 50 सेकंड का है।
इस audio में मौलाना, रविश कुमार से मदद मांग रहे हैं की उन पर पुलिस का बढता हुआ शिकंजा पर वह उनकी मदद करें ।आपको बतादें की तबलीगी जमात मरकज के लोगों पर देश में कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा है।तबलीग जमात मरकज में शामिल कई लोग कोरोना पाजिटिव पाये गयें है । jankari today इस audio की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
इस audio को सही माने तो यह पत्रकारों की निष्पक्षता पर संदेह उतपन्न करता है। कैसे अपराधी अपराध करने के बाद मीडिया से फेक प्रोपेगेंडा चलाकर अपने को निर्दोष साबित करने का प्रयास करता है। अगर मौलाना सही है तो उनको डर कैसा? उन्हें अगर अपनी बात रखनी है तो पुलिस और कानून के सामने अपनी बात रखें। इस तरह छुपकर एक पत्रकार से मदद मांगने का क्या मतलब हो सकता है।
रविश कुमार को भी चाहिए की वह मौलाना को समझायें और उन्हें पुलिस की सहायता करने के लिए कहें। बजाये इसके रविश कुमार दूसरे पत्रकारों को ही खरी -खोटी सुनाने में लगे हैं। इस audio में रविश कुमार गोदी मीडिया जैसे शब्द बोलकर अपने प्रतिरोधी मीडिया पर ही सवाल कर रहे हैं हैं।इस audio की जांच होनी चाहिए और ऐसे तमाम लोगों को expose करना चाहिए जो फेक प्रोपेगेंडा चलाते हैं।
इस audio मे कुछ किसानों के बारे में भी बात हो रही है मौलाना मकई और किसानों की बात कर रहे हैं । तबलीगी जमात के मरकज का किसानों से क्या लेना देना। क्या किसानों का मुद्दा उछालकर असली मुद्दे से ध्यान भटकाने की साजिश है। रविश कुमार मौलाना को आश्वासन दे रहे हैं और मकई वाली video कैसे बनाएं इसका निर्देश भी दे रहे हैं।
Disclaimer: jankari today इस audio की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। यह audio social media प्लेटफॉर्म जैसे YouTube और facebook पर उपलब्ध हैं।