
Last Updated on 25/04/2022 by Sarvan Kumar
भारत में MBBS की कम सीटें होने के कारण सभी इच्छुक छात्रों का डॉक्टर बनने का सपना सच नहीं हो पाता है. इससे कई छात्र हतोत्साहित और निराश हो जाते हैं. वह हालात से समझौता करके दूसरे कोर्सों में एडमिशन ले लेते हैं, जहां वह बेमन से अपनी पढ़ाई पूरी करके जैसे-तैसे अपनी जिंदगी की राह पर आगे बढ़ जाते हैं. लेकिन जिंदगी भर डॉक्टर नहीं बनने का दर्द उनका पीछा करता रहता है.लेकिन अब निराश और परेशान होने की जरूरत नहीं है और अपने सपनों से समझौता करने की जरूरत नहीं है. अगर आप NEET क्वालीफाई नहीं कर पाते हैं तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आपके लिए मेडिसिन की पढ़ाई करके डॉक्टर बनने के सारे रास्ते बंद हो गए हैं. निराश होने के बजाय, आप अन्य उपलब्ध विकल्पों को अपनाकर ना केवल अपने डॉक्टर बनने के सपने को साकार कर सकते हैं, बल्कि समाज और मानव सेवा के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं. आप विदेश से मेडिकल की पढ़ाई कर सकते हैं. भारतीय छात्रों के लिए, रूस (Russia) में MBBS की पढ़ाई करना सबसे अच्छे उपलब्ध विकल्पों में से एक है.आइए जानते हैं विदेश में एमबीबीएस करने के लिए रूस सबसे अच्छे विकल्पों में से एक क्यों है?
MBBS IN RUSSIA
(1 ). रूस उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा (high-quality medical education) प्रदान करता है. रूस में MBBS के अध्ययन का स्तर अच्छी तरह से विकसित और उन्नत है. चिकित्सा विश्वविद्यालयों की विश्व रैंकिंग में शीर्ष रूसी चिकित्सा विश्वविद्यालयों द्वारा लगभग 30 positions पर कब्जा है. रूस दुनिया के Top 10 देशों में शामिल है जहां दुनिया भर के छात्र MBBS की पढ़ाई करने आते हैं.
(2 ). किफायती शुल्क (Affordable Fee)
रूस में मेडिकल की पढ़ाई करना अन्य देशों जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय देशों तथा अन्य देशों की तुलना में बहुत सस्ती है.
(3 ). Excellent Medical Infrastructure
(4 ). Highly Qualified and Experienced Faculties
(5 ). भाषा की कोई समस्या नहीं है
(There is no language problem.)
मेडिकल की तैयारी करने वाले अधिकांश भारतीय छात्र आमतौर अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई करते हैं। आजकल ज्यादातर Russian medical universities विदेशी छात्रों के लिए अंग्रेजी माध्यम में ही MBBS की पढ़ाई प्रदान करते हैं, जिसके कारण भारतीय छात्रों को भाषा संबंधी कोई भी परेशानी नहीं होती है.
(6 ). WHO और NMC से मान्यता प्राप्त
विदेश से MBBS की पढ़ाई करने वाले अधिकांश छात्रों के मन में यह डर लगा रहता है कि उनकी डिग्री भारत में मान्य होगी कि नहीं. और वह बाहर के देशों से डिग्री लेकर भारत में प्रैक्टिस कर पाएंगे कि नहीं. तो बता दें कि रूसी चिकित्सा विश्वविद्यालयों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारत के National Medical Commission द्वारा मान्यता प्राप्त है. इसीलिए रूस से MBBS की डिग्री भारत में भी मान्य है. रूस में MBBS course का syllabus भी भारत के मेडिकल कॉलेजों के समान है. इस तरह से, रूस में MBBS की डिग्री लेने वाले छात्र भारत में Medical Council of India (MCI) screening test के लिए eligible है.
(7 ). रूस अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए स्वर्ग है.
सांस्कृतिक रूप से, रूस एक cosmopolitan देश है. यहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं. रूसी शैक्षणिक संस्थानों की समृद्ध परंपरा विभिन्न देशों के छात्रों को पढ़ाई के लिए बहुत friendly और conducive वातावरण प्रदान करती है.
(8 ). Donation देने का कोई चक्कर नहीं
जो छात्र भारत में NEET क्वालीफाई नहीं कर पाते और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, उनसे donation की demand की जाती है. प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस भी ज्यादा होती है. अगर आप donation और high fee के बिना MBBS की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो Russia आपके लिए सही विकल्प है.
(9 ). छात्रों के लिए, free public transport और कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध है.
(10 ). No entrance test

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