
Last Updated on 30/06/2022 by Sarvan Kumar
यादव (Yadav) भारत में निवास करने वाला एक विशाल जाति समुदाय है. यह समुदाय कई उप जातियों (sub-castes) में विभाजित है, और इनकी मौजूदगी भारत के अधिकांश राज्यों में है. आइए इसी क्रम में जानते हैं हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के यादवों के बारे में.
हिमाचल प्रदेश में यादव
भारत के अधिकांश राज्यों के भांति हिमाचल प्रदेश में भी यादवों की उपस्थिति है. यहां इन्हें ग्वाला (Gowala or Goala) या घोष (Ghosh) के नाम से जाना जाता है. ग्वाला या घोष अहीर/यादव (Ahir/Yadav) समुदाय की एक उपजाति है, जो मुख्य रूप से भारत के राज्यों जैसे असम, त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश आदि में पाई जाती है. अरुणाचल प्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़ में भी इनकी आबादी है. अन्य यादव को जातियों की तरह ग्वाला भी पारंपरिक रूप से चरवाहे और दूध वाले रहे हैं. अन्य जातियों की तरह अब इस समुदाय के लोग भी अपने पारंपरिक व्यवसाय को छोड़कर गैर-पारंपरिक व्यवसायों को अपनाने लगे हैं. आमतौर पर, हिमाचल प्रदेश में इन्हें एक समृद्ध समुदाय माना जाता है. ग्वाला समाज निकटता से भगवान कृष्ण से जुड़ा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि इनकी उत्पत्ति पौराणिक राजा यदु से हुई है, इसी वंश में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. इतिहासकार प्रोफेसर William R. Pinch ने अपनी किताब “Peasants and Monks in British India” ने उल्लेख किया है कि 1910 के दशक तक ग्वाला समुदाय संस्कृतिकरण (Sanskritisation) के हिस्से के रूप में यादव समुदाय का हिस्सा बन गया.
हिमाचल प्रदेश में यादव किस कैटेगरी में आते हैं?
In which category do Yadavs come in Himachal Pradesh?
यादव एक वैदिक क्षत्रिय जाति है जिसका इतिहास अत्यंत ही गौरवशाली है. लेकिन समय के साथ यह सामाजिक रूप से पिछड़ेपन के शिकार हो गए. इसीलिए, सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन के आधार पर भारत सरकार के सकारात्मक भेदभाव की प्रणाली आरक्षण के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में ग्वाला को अन्य पिछड़े वर्गों की केंद्रीय सूची (Central list of other backward classes) में शामिल किया गया है.
हिमाचल प्रदेश में यादवों की जनसंख्या कितनी है?
What is the population of Yadavs in Himachal Pradesh?
2011 की जनगणना के अनुसार, हिमाचल की कुल जनसंख्या 68,56,509 है जिसमें से 17,29,252 (25.22%) अनुसूचित जाति (एससी), 3,92,126 (5.71%) अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 9,27,452 ( 13.52%) अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं. शेष जनसंख्या उच्च जातियों (50.72%) या अन्य समुदायों (4.83%) की है. जाति जनसांख्यिकी से पता चलता है कि हिमाचल प्रदेश में स्वर्ण जातियों की आबादी 50.72% है, 32.72% राजपूत और 18% ब्राह्मण हैं. इस विश्लेषण से यह स्पष्ट है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार की तरह हिमाचल प्रदेश में यादव बहुतायत संख्या में नहीं पाए जाते हैं. संख्या कम होने के कारण हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक रूप से प्रभावी नहीं है. हिमाचल प्रदेश की राजनीति में राजपूत और ब्राह्मण समुदाय का दबदबा रहा है.
References;
Peasants and Monks in British India
By William R. Pinch

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