Ranjeet Bhartiya 15/08/2022

Last Updated on 15/08/2022 by Sarvan Kumar

कुर्मी (Kurmi) क्षत्रिय मूल की एक कृषक जाति है. यह एक विशाल और व्यापक रूप से वितरित समुदाय है. भारत के कई राज्यों में इस समुदाय की उल्लेखनीय उपस्थिति है. यह विशाल समुदाय कई उपजातियों में विभाजित है. आइए जानते हैं गंगवार कुर्मियों के बारे में.

गंगवार कुर्मी का इतिहास

गंगवार (Gangwar) वृहद कुर्मी जाति के भीतर एक उपजाति (subcaste) है. इनका पारंपरिक व्यवसाय कृषि है. लेकिन वर्तमान में इस समुदाय के लोग विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, चिकित्सा, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, प्रशासनिक सेवा, व्यवसाय और राजनीति आदि क्षेत्रों में कार्यरत हैं. इस समुदाय के लोग मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित रोहिलखंड क्षेत्र में पाए जाते हैं. बरेली और पीलीभीत जिलों में इनकी बहुतायत आबादी है. फर्रुखाबाद, रामपुर और बदायूं
जिलो में भी इनकी उपस्थिति है.

गंगवार शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई?

“गंगवार” शब्द गंगा बेसिन के आसपास रहने वाले क्षत्रिय वंश को दर्शाता है. अर्थात पवित्र गंगा नदी के आसपास रहने के कारण ही इस समुदाय का नाम गंगवार पड़ा. इस समुदाय के लोग बताते हैं कि गंगवार गंगा के मैदानी इलाकों में रहने वाला एक प्रमुख क्षत्रिय कबीला है जो प्राचीन पांचाल महाजनपद क्षेत्र (मध्य दोआब और रोहिलखंड) में रहते आए हैं. कहा जाता है कि गंगवार मूल रूप से कन्नौज के हैं. बता दें कि पांचाल उत्तरी भारत का एक प्राचीन साम्राज्य था, जो ऊपरी गंगा के मैदान के गंगा-यमुना दोआब में स्थित था. पांचाल का क्षेत्र आधुनिक बरेली, बदायूं और फर्रुखाबाद जिलों के साथ-साथ रोहिलखंड के आसपास के हिस्सों और उत्तर प्रदेश में मध्य गंगा-यमुना दोआब के अनुरूप था. बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुर्मियों के कई क्षेत्रीय समूह या उपजातियां हैं जैसे गंगवार, बैसवार,  जायसवार, कटियार और सचान. यह सभी एक बसे हुए कृषि समुदाय हैं जिनके पास आमतौर पर पर्याप्त भूमि है. पिछड़ी जातियों की बात करें तो यादवों के बाद आबादी और आर्थिक प्रभाव की दृष्टि से कुर्मी दूसरी सबसे महत्वपूर्ण जाति मानी जाती है. उत्तर प्रदेश की राजनीति में कुर्मी समाज के नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. गंगवार कुर्मी रुहेलखंड क्षेत्र में राजनीतिक दृष्टि से काफी मजबूत हैं. यहां कुर्मी मतदाताओं की भूमिका निर्णायक मानी जाती है. रुहेलखंड मंडल में शुरू से ही कुर्मी बिरादरी के नेताओं का दबदबा रहा है. चाहे कांग्रेस शासनकाल रहा हो या फिर अन्य दूसरे राजनीतिक दलों की सरकारें रही हों, कुर्मी बिरादरी के नेताओं को तरजीह दी जाती रही है.
सबसे बड़ी मिसाल तो बरेली के मौजूदा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार हैं. रुहेलखंड में कुर्मी समाज से सबसे बड़े नेता के तौर पर बीजेपी सांसद व पूर्व मंत्री संतोष गंगवार का नाम आता है. इसके अलावा भगवत चरण गंगवार, भानुप्रताप सिंह, हरीश कुमार गंगवार, बाबू तेजबहादुर सिंह, डा. परशुराम गंगवार जैसे नाम भी कुर्मी बिरादरी के बड़े नेताओं में शुमार रह चुके हैं.

गंगवार समाज के प्रमुख व्यक्ति

•भागवत सरन गंगवार (Bhagwat Saran Gangwar): समाजवादी पार्टी के राजनीतिज्ञ,
उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व लघु उद्योग और निर्यात संवर्धन राज्य मंत्री.

•चेतराम गंगवार (Chetram Gangwar): भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ. चेतराम गंगवार (मृत्यु 11 दिसंबर 2006) उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री थे और नवाबगंज निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में बीस वर्षों से अधिक समय तक उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे.

•हरीश कुमार गंगवार (Harish Kumar Gangwar): भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ. हरीश कुमार गंगवार कांग्रेस के टिकट पर 1980 में पीलीभीत लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए थे.

•कुलदीप सिंह गंगवार (Kuldeep Singh Gangwar): बहुजन समाज पार्टी के राजनीतिज्ञ. कुलदीप सिंह गंगवार कैमगंज (2007-2012) से उत्तर प्रदेश विधान सभा के पूर्व सदस्य हैं.

•परशुराम गंगवार (Parshuram Gangwar): भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ. डॉ परशुराम गंगवार ने 1991 में पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र से दसवीं लोकसभा के लिए संसद सदस्य के रूप में कार्य किया.

•संतोष गंगवार (Santosh Gangwar): भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ. बरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 8 बार के सांसद. तेरहवीं लोकसभा में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री का पदभार भी संभाल चुके हैं. इसके अलावा वह विज्ञान एवं तकनीकी राज्यमंत्री भी रह चुके हैं.

•सियाराम गंगवार (Siyaram Gangwar): स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के राजनीतिज्ञ. सियाराम गंगवार कैमगंज, उत्तर प्रदेश, भारत से विधान सभा के सदस्य थे.

•केसर सिंह (Kesar Singh): भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ. केसर सिंह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में नवाबगंज का प्रतिनिधित्व किया.


References;

•Hasnain, Nadeem (2016). The Other Lucknow. Vani Prakashan. ISBN 9789352294206.

•People of India: Uttar Pradesh (3 pts.)
By K. S. Singh · 2005
Publisher:Anthropological Survey of India

•The Other Lucknow
An Ethnographic Portrait of a City of Undying Memories and Nostalgia
By Nadeem Hasnain · 2016
Publisher:Vani Prakashan

•543 Faces of India
Guide to 543 Parliamentary Constituencies
By H. D. Singh · 1996
Publisher:Newmen Publishers
Original from:the University of Michigan

•https://www.jagran.com/uttar-pradesh/pilibhit-minister-of-state-sanjay-gangwar-emerged-as-kurmi-face-22571759.html

•https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/up-kurmi-patel-community-political-power-bjp-congress-sp-apna-dal-caste-politics-obc-ntc-1383848-2021-12-31

•https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/story-up-assembly-elections-the-eyes-of-bjp-sp-bsp-and-congress-on-kurmi-the-big-caste-of-obc-where-and-how-will-be-the-welfare-of-5741672.html

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