Ranjeet Bhartiya 16/08/2022
Jankaritoday.com अब Google News पर। अपनेे जाति के ताजा अपडेट के लिए Subscribe करेेेेेेेेेेेें।
 

Last Updated on 28/06/2023 by Sarvan Kumar

सचान (Sachan) कुर्मी जाति के क्षेत्रीय समूहो (उप जातियों) में से एक है. यह मुख्य रूप से भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में पाए जाते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग की कई जातियां निवास करती हैं. यादव, कुर्मी, कुशवाहा, जाट, गुर्जर, लोध जैसी जातियां अन्य पिछड़ी जातियों की तुलना में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से अपेक्षाकृत अधिक मजबूत हैं. इसीलिए राजनीति, सत्ता और प्रशासन में इन जातियों का शुरू से ही प्रभाव रहा है.  कुर्मी समाज की बात करें तो इस जाति को पिछड़ों में अगड़ी जाति माना जाता है. मुख्य रूप से यह भू-स्वामित्व वाले किसान हैं जो पारंपरिक रूप से एक खेती करके अपना जीवन निर्वाह करते हैं. पिछड़े वर्ग की जातियों में यादवों के बाद आबादी और राजनीतिक असर की दृष्टि से कुर्मी उत्तर प्रदेश की दूसरी सबसे प्रभावशाली जाति है. उत्तर प्रदेश में कुर्मी समाज कई उपसमूहों या उपजातियों में विभाजित है जैसे चौधरी, निरंजन, पटेल, कटियार, गंगवार, वर्मा और सचान. यह सभी उपजातियां राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रभावशाली हैं. उत्तर प्रदेश के हर इलाके में कुर्मियों के क्षत्रप हैं. सचान कुर्मी की बात करें तो यह मुख्य रूप से कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रभावी हैं. कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में राकेश सचान कुर्मियों के क्षत्रप के रूप में उभरे हैं. राकेश सचान इस क्षेत्र में (सचान) कुर्मी समुदाय के एक बड़े नेता हैं. राकेश सचान की कुर्मी बिरादरी में पकड़ मानी जाती है और कानपुर नगर, देहातफतेहपुर जिलों में लगातार सक्रिय रहने के साथ आसपास जिलों में भी असर है. कानपुर क्षेत्र के ओबीसी कुर्मी जाति के एक वरिष्ठ नेता के रूप में देखे जाने वाले सचान को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता था. समाजवादी पार्टी में तीन दशक से ज्यादा रहने के बाद सचान कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. बाद में वह कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. और वर्तमान उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं. स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति पार्टी कोई भी हो, गठबंधन कोई भी हो, कुर्मियों के बिना राजनीति का समीकरण पूरा नहीं होता.

सचान समाज के प्रसिद्ध व्यक्ति

•राकेश सचान (Rakesh Sachan):

राकेश सचान (जन्म 20 दिसंबर 1964) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. सचान भोगनीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं जो उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले का एक हिस्सा है.

•निखिल सचान (Nikhil Sachan):

निखिल सचान एक भारतीय लेखक और स्तंभकार हैं.

•जयविजय सचान (Jayvijay Sachan):

जयविजय सचान (जन्म 18 जनवरी 1987) एक भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडियन, मिमिक्री कलाकार और एक entertainer हैं.

Jayvijay Sachan (born 18 January 1987) is an Indian stand-up comedian, mimicry artist and a complete entertainer.


References;

•Hasnain, Nadeem (2016). The Other Lucknow. Vani Prakashan. ISBN 9789352294206.

•https://theprint.in/india/rakesh-sachan-controversial-up-minister-who-pulled-disappearing-act-after-guilty-verdict/1076711/?amp

•https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/story/up-kurmi-patel-community-political-power-bjp-congress-sp-apna-dal-caste-politics-obc-ntc-1383848-2021-12-31

•https://www.amarujala.com/city-and-states/second-innings-of-chief-minister-yogi-adityanath-rakesh-sachan-got-place-in-yogi-cabinet

Disclosure: Some of the links below are affiliate links, meaning that at no additional cost to you, I will receive a commission if you click through and make a purchase. For more information, read our full affiliate disclosure here.
 

1 thought on “सचान (Sachan) कुर्मी जाति का इतिहास, कुर्मियों के बिना उत्तरप्रदेश का राजनीतिक समीकरण पूरा नहीं होता

Leave a Reply

See List of: