Ranjeet Bhartiya 28/03/2023

संस्कृति को देश की आत्मा कहा जाता है. भारतीय संस्कृति न केवल विश्व की सबसे पुरानी संस्कृतियों में से एक है, बल्कि यह बहु-आयामी है और इसमें कई रंग हैं. भारत के लोग अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं, अलग-अलग धर्मों का पालन करते हैं, इनके खान-पान में भी विविधता है. लेकिन इतनी विविधताओं के बावजूद भारत […]

Ranjeet Bhartiya 27/03/2023

महिलाएं भारत की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं. नारी के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती. महिलाएं परिवार बनाती हैं, परिवार से घर बनता है, घर से समाज बनता है और समाज से राष्ट्र बनता है. इसका सीधा मतलब है कि सामाजिक संरचना के हर स्तर पर महिलाओं का महत्वपूर्ण भूमिका है. […]

Ranjeet Bhartiya 26/03/2023

नाई (Nai) एक सामान्य शब्द (generic term) है जो उन सभी व्यावसायिक जातियों को संदर्भित करता है जो पारंपरिक रूप से बाल काटने के व्यवसाय में शामिल रही हैं. हिंदू नाई जाति का इतिहास बहुत प्राचीन है. बाद में भारत में अन्य धर्मों के लोग भी बाल काटने के व्यवसाय में शामिल होने लगे. उदाहरण […]

Ranjeet Bhartiya 25/03/2023

हिंदू धर्म में कुल देवी-देवताओं का विशेष महत्व है और कुल देवी-देवताओं की पूजा की परंपरा सदियों से चली आ रही है. मान्यता है कि कुलदेवी बाधाओं को दूर करती हैं और परिवार को सुरक्षित रखती हैं. अलग-अलग जाति के लोग अलग-अलग कुल देवी-देवताओं की पूजा करते हैं. उदाहरण के लिए हिंगलाज माता को चारण […]

Ranjeet Bhartiya 23/03/2023

नाई पारंपरिक रूप से बाल काटने के व्यवसाय में लगी एक हिंदू जाति है, जो भारत में व्यापक रूप से वितरित है. बाल काटने के अलावा जन्म, विवाह, मृत्यु और धार्मिक संस्कारों में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसलिए नाई समाज के लोगों का सभी समुदायों और विभिन्न जातियों के साथ बेहद करीबी रिश्ता रहा […]