Ranjeet Bhartiya 04/06/2023

भारत ने आर्थिक और तकनीकी मोर्चे पर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है, लेकिन जाति, समुदाय और लिंग के आधार पर भेदभाव के बढ़ते मामले देश के लिए चिंता का विषय हैं. भारत आज भी कई प्रकार की सामाजिक बुराइयों से पीड़ित है, जिनमें जातिगत भेदभाव और दलित उत्पीड़न प्रमुख हैं. दलितों पर अत्याचार, भेदभाव और […]

Ranjeet Bhartiya 04/06/2023

ब्राह्मणों के बीच आंतरिक विभाजन की बात करें तो यह समुदाय भाषा, मान्यताओं और रीति-रिवाजों के आधार पर कई वर्गों (sections) में विभाजित है. गोत्र के आधार पर भी ब्राह्मणों में बड़ी संख्या में विभाजन हैं. सुदूर अतीत में गोत्रों की संख्या कम थी लेकिन समय के साथ ब्राह्मणों के गोत्रों की संख्या में भी […]

Ranjeet Bhartiya 03/06/2023

सनातन हिंदू धर्म की वर्ण व्यवस्था के तहत ब्राह्मणों को सर्वोच्च माना जाता है. लेकिन समय के साथ ब्राह्मण वर्ण कई उप-जातियों में विभाजित हो गया. एक हीं वर्ण के अंतर्गत विभिन्न उप-जातियों में विभाजित होने के बाद ब्राह्मणों के विभिन्न उप-समूहों के बीच कई प्रकार की भिन्नताएं भी आ गईं. गोत्र के आधार पर भी […]

Ranjeet Bhartiya 02/06/2023

हिंदू संस्कृति में, ब्राह्मणों को वर्ण व्यवस्था के चार प्रमुख सामाजिक वर्गों में से एक वर्ग के रूप में वर्णित किया गया है. जबकि अन्य 3 वर्ग हैं- क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र. हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों जैसे वेद, मनुस्मृति, धर्म शास्त्र, उपनिषद, भगवद गीता और महाभारत आदि में वर्ण व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा […]

Ranjeet Bhartiya 02/06/2023

ज्यादातर लोग रावण को एक नकारात्मक व्यक्तित्व के रूप में जानते हैं. महाकाव्य रामायण में रावण को लंका के क्रूर राजा के रूप में वर्णित किया गया है जो अभिमानी है, घमंडी है और पराई स्त्री पर बुरा नजर रखता है. इसीलिए रावण को बुराई और अधर्म का प्रतीक भी माना जाता है. लेकिन रावण […]

Ranjeet Bhartiya 02/06/2023

महाकाव्य रामायण में श्रीराम को नायक और रावण को खलनायक के रूप में चित्रित किया गया है. लोग मुख्य रूप से रावण को लंका के राक्षस राजा के रूप में जानते हैं जो अधर्म और बुराइयों का प्रतीक है. लेकिन ज्यादातर लोग रावण की पूरी पृष्ठभूमि और उनके व्यक्तित्व के अन्य महत्वपूर्ण आयामों से वाकिफ […]

Ranjeet Bhartiya 01/06/2023

भारत में ऐतिहासिक रूप से, सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं को कायम रखने, जातिगत पहचान बनाए रखने तथा मूल्यों और रीति-रिवाजों की अनुकूलता सुनिश्चित करने के लिए एक हीं जाति के भीतर विवाह को प्राथमिकता दी गई है. हालाँकि, हाल के वर्षों में, अंतर-जातीय विवाहों की अधिक स्वीकृति के प्रति भारतीय समाज में धीरे-धीरे बदलाव आया […]

Ranjeet Bhartiya 31/05/2023

मध्यकालीन भारत में मुगल साम्राज्य और राजपूत दो महत्वपूर्ण राजवंश थे. मुग़ल, जो मुख्य रूप से मुस्लिम थे, ने एक विशाल साम्राज्य पर शासन किया, जबकि राजपूत अपने स्वयं के राज्यों के साथ हिंदू योद्धा वंश से संबंध रखते थे. मुगलों और राजपूतों के बीच संबंध जटिल और विविध थे. कुछ राजपूत राजवंश मुगलों के […]

Ranjeet Bhartiya 30/05/2023

सनातन हिंदू धर्म में ब्राह्मणों का हमेशा से ही महत्व रहा है. ब्राह्मणों को चारों वर्णों में सर्वश्रेष्ठ और सर्वाधिक सम्मानित माना गया है. ” ब्राह्मण कौन हैं?” इस विषय पर विभिन्न ग्रंथों में विस्तार से चर्चा की गई है. विभिन्न महापुरुषों ने भी ब्राह्मण की अपने-अपने ढंग से परिभाषित किया है. आइए इसी क्रम […]

Pinki Bharti 29/05/2023

वर्तमान में बहुविवाह की प्रथा विश्व के अधिकांश भागों में प्रचलित नहीं है. हालांकि यह प्रथा अभी भी दुनिया के कुछ हिस्सों में और कुछ समुदायों में मौजूद है. भारतीय हिन्दू संस्कृति में विवाह को एक संस्कार का दर्जा दिया गया है. शादी सिर्फ एक शारीरिक या सामाजिक अनुबंध नहीं है, बल्कि दो आत्माओं के […]

Ranjeet Bhartiya 29/05/2023

वर्ण व्यवस्था के तहत समाज को 4 वर्गों में बांटा गया है- ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र. वर्ण व्यवस्था की उत्पत्ति कैसे हुई, इसके संबंध में कई सिद्धांत हैं. गुण सिद्धांत के अनुसार वर्णों की उत्पत्ति गुणों के आधार पर हुई है. इस सिद्धांत के अनुसार कोई व्यक्ति किस वर्ण का होगा यह इस बात […]

Ranjeet Bhartiya 28/05/2023

धार्मिक विश्वास, सांस्कृतिक मान्यताएं और सामाजिक निषेध जैसे कई कारक हैं जो किसी समुदाय के भोजन की आदतों को निर्धारित करते हैं. हिंदुओं की बात करें तो वर्तमान में अधिकांश हिंदू गौ मांस खाने से परहेज करते हैं. हिन्दुओं का एक वर्ग गोहत्या को लेकर बहुत संवेदनशील है और गौ रक्षा के प्रति बहुत आक्रामक […]

Ranjeet Bhartiya 27/05/2023

ब्राह्मण भारत में पाई जाने वाली एक प्रमुख हिंदू जाति है जिसकी उपस्थिति पूरे भारत में है. ब्राह्मण समुदाय के धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं, भौगोलिक वितरण, भाषा, रीति-रिवाजों और खान-पान में काफी विविधता है. ब्राह्मणों के आहार की बात करें तो आमतौर पर कहा जाता है कि ब्राह्मण केवल शाकाहारी होते हैं. लेकिन यह तथ्यात्मक […]

Ranjeet Bhartiya 26/05/2023

ब्राह्मण भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला एक प्रमुख जातीय समूह है. ब्राह्मणों की मूल निवास स्थान या प्राचीन भौगोलिक उत्पत्ति लंबे समय से विवादास्पद रही है. इस विषय को लेकर इतिहासकारों और विद्वानों में मतभेद है. कुछ इतिहासकारों का मत है कि ब्राह्मण समुदाय भारत का मूल निवासी नहीं है. ब्राह्मण बाहर से भारत […]

Ranjeet Bhartiya 25/05/2023

देश में ब्राह्मणों को लेकर विवाद होते रहे हैं. ब्राह्मणों की उत्पत्ति और मूल निवासस्थान के सम्बन्ध में विद्वानों में मतभेद है. कुछ विद्वान ब्राह्मणों को भारत का मूल निवासी मानते हैं, अर्थात ब्राह्मण बाहर से नहीं आए थे. जबकि कुछ विद्वान ब्राह्मणों को विदेशी मानते हैं जो बाहर से भारत आए. आइए इसकी पड़ताल […]